नई दिल्ली: अमेरिका-ईरान में बढ़ते तनाव के बीच मंगलवार शाम भारत आए ईरानी विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इतना ही नहीं नई अमेरिकी आर्थिक पाबंदियों के ऐलान के बाद ज़रीफ़ अपनी इस यात्रा में भारत के साथ द्विपक्षीय कारोबार की कड़ियाँ बनाए रखने की भी कवायद करेंगे.


भारतीय विदेश मंत्रालय और थिंकटैंक ओआरएफ के संयुक्त आयोजन रायसीना डायलॉग 2020 में शरीक होने पहुंचे ईरानी विदेश मंत्री दिल्ली में द्विपक्षीय मुलाकातों के साथ ही मुंबई भी जाएंगे. मुंबई में जरीफ भारतीय कारोबारियों और निर्यातकों के साथ संवाद करेंगे. महत्वपूर्ण है कि अमेरिका ने हालिया तनाव के मद्देनजर ईरान के खिलाफ नए आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान किया है जिनमें कंस्ट्रक्शन, मैन्यूफैक्चरिंग, कैमिकल, माइनिंग आदि क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है.


अमेरिका की तरफ से लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण ही भारत समेत अन्य देशों के ईरान के साथ होने वाले कारोबार में भी काफी गिरावट आई है. कच्चे तेल का आय़ात घटने के बाद भारतऔर ईरान के बीच कारोबार में बासमति और चाय अहम उत्पाद हैं.  हालांकि लेनदेन की समस्याओं और बैंकों में उपलब्ध शेष धनराशि के चलते दोनों देशों के बीच कारोबार के लिए करीब तीन महीने के व्यापार का ही पैसा बचा है.


रायसीना डायलॉग के हाशिए पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और ईरानी विदेश मंत्री के बीच नाश्ते पर मुलाकात गुरुवार को होनी है. बीते दिनों इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले से ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत और तेहरान की तरफ से जवाबी कार्रावाई में हुए मिसाइल हमले से हालात का तनाव काफी बढ़ गया था. इस तनाव के बीच जरीफ पहली बार किसी ऐसे आयोजन में शरीक हो रहे हैं जहां अन्य देशों के विदेश मंत्री भी मौजूद होंगे. गौतरलब है कि रायसीना डायलॉग के लिए अमेरिका की विदेश विभाग में दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की प्रभारी एलिस वेल्स भी भारत में होंगी.