नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार पटना में स्थित तीन एकड़ जमीन शुक्रवार को जब्त कर लिया. ईडी के अधिकारियों ने बताया कि लालू का यह भूखंड उनके और उनके परिवार के खिलाफ 2006 के आईआरसीटीसी होटल के ठेके में धन शोधन के मामले की जांच के संबंध में जब्त किया गया है.
ईडी की यह कार्रवाई राष्ट्रीय जनता पार्टी (आरजेडी) प्रमुख लालू की पत्नी राबड़ी देवी से पटना में की गई पूछताछ के छह दिन बाद की गई है. ईडी के एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि एजेंसी ने मामले में तीन एकड़ का एक भूखंड जब्त किया है, जिसपर एक मॉल बनाया गया है. इससे पहले वित्तीय मामलों की जांच एजेंसी ने लालू के बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मामले में नई दिल्ली में दो बार पूछताछ की थी. ईडी ने उनसे 13 नवंबर और 10 अक्टूबर को पूछताछ की थी.
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से लालू यादव, तेजस्वी यादव और उनके परिवार के दूसरे सदस्यों के खिलाफ धन शोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत वित्तीय अनियमितता के मामले में जांच चल रही है. ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से एफआईआर दर्ज करने के बाद 27 जुलाई को पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था और नकली कंपनियों के माध्यम से कथित तौर पर धन ट्रांस्फर करने को लेकर जांच की जा रही है.
आईआरसीटीसी के रांची और पुरी में स्थित दो होटलों का ठेका 2006 में एक निजी कंपनी को प्रदान करने में कथित तौर पर अनियमितता बरती जाने को लेकर सीबीआई ने पांच जुलाई को लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. लालू यादव उस समय रेलमंत्री थे.
सीबीआई के मुताबिक, विजय और विनय कोचर के स्वामित्व वाले सुजाता होटल्स को दिए गए ठेके के बदले कथित तौर पर लालू और उनके परिवार को बिहार के प्रमुख स्थान पर भूखंड दिया गया था.
मामले में अहलूवालिया कांट्रैक्टर्स के प्रमोटर बिक्रमजीत सिह अहलूवालिया, जिनसे भी पूछताछ की गई है, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता और आईआरसीटीसी के प्रबंध निदेशक पीके गोयल भी आरोपी हैं.