नई दिल्ली: नागरिक अधिकार कार्यकर्ता इरोम शार्मिला और उनके लंबे समय से साथी रहे ब्रिटिश नागरिक डेसमंड कॉटिन्हो से शादी रचा ली है. इरोम ने तमिलनाडु के कोडईकनाल के उप रजिस्ट्रार के ऑफिस में डेसमंड से शादी रचाई है.


बता दें कि करीब दो महीने तक चली कानूनी प्रक्रिया के बाद इरोम और डेसमंड की शादी हुई है. इरोम ने अपनी शादी के लिए अपने किसी भी करीबी को न्योता नहीं दिया था, यहां तक कि इस शादी में दोनों के परिवार से कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ.


शादी से पहले इरोम ने अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि वह जल्द ही मां को फोन करेंगी. साथ ही इरोम ने बताया कि उन्होंने अपनी शादी के लिए इनविटेशन कार्ड नहीं बनवाये थे और हमारी शादी में परिवार का कोई भी सदस्य नहीं आने वाला है.


इरोम ने बताया है कि गुरुवार को उन्हें उप रजिस्ट्रार के ऑफिस से शादी का प्रमाण पत्र मिलने की उम्मीद है. साथ ही इरोम ने जल्द ही होने वाले शादी के एक छोटे से फंक्शन के बारे में भी जानकारी दी.


शादी के बाद के प्लान के बारे में पूछे जाने पर इरोम ने बताया है कि कोडईकनाल में ही रहेंगी मणिपुर में सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून के खिलाफ नये सिरे से लड़ाई शुरू करेंगी.


बता दें कि 44 साल की यह कार्यकर्ता तब सुर्खियों में आ गईं थी जब उन्होंने मणिपुर में सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून 1958 (AFSPA) को हटाने की मांग को लेकर चार नवम्बर 2000 से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी. इरोम ने पिछले साल अगस्त में अपना 16 साल तक चला अनशन तोड़ा था और राजनीति में आने का फैसला किया था. इस चुनाव में उनकी पार्टी ‘पीपल्स रीसर्जन्स एंड जस्टिस एलांयस’ को बुरी तरह शिकस्त खानी पड़ी थी. इरोम को भी इस चुनाव में महज 90 वोट मिले जिसके बाद उन्होंने राजनीति छोड़ने का ऐलान भी कर दिया था.