मुंबई में 1000 बेड की क्षमता वाले कोविड केयर अस्पताल का सच क्या है? रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा कथित मैसेज दावा करता है कि कोविड-19 मरीजों को निशुल्क चिकित्सा सेवा सशस्त्र बलों के डॉक्टर, विशेषज्ञों की तरफ से उपलब्ध कराया जाएगा. रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी ने स्पष्ट करते हुए बड़ा खुलासा किया है.
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मुंबई: एयरपोर्ट के पास 1000 बेड की क्षमता वाले कोविड-19 केयर अस्पताल की वायरल हो रही खबर फर्जी है. रक्षा मंत्रालय के मुंबई जनसंपर्क अधिकारी ने सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे को 'फेक' बताया है. एक ट्वीट में, जनसंपर्क अधिकारी ने मैसेज का स्क्रीनशॉट साझा किया है और बताया कि दावे के पीछे कोई 'आधार नहीं है और फर्जी खबर है.' रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी मुंबई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा गया, "सोशल मीडिया पर एक खबर फैल रही है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने मुंबई में एयरपोर्ट टर्मिनल 1 के नजदीक 1000 बेड वाला कोविड-19 केयर अस्पताल स्थापित किया है. इसका कोई आधार नहीं और फर्जी खबर है."
1000 बेड की क्षमता वाले कोविड केयर अस्पताल का सच क्या है?
हैंडल की तरफ से शेयर किए गए मैसेज के स्क्रीनशॉट के मुताबिक, 'फर्जी' मैसेज में लिखा गया है, "आपको सूचित किया जाता है कि आज से 1000 बेड की सुविधा को सशस्त्र बलों की तरफ से किया गया है. कोविड-19 के मरीजों को तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए है. ये 1000 बेड वाला कोविड-19 केयर अस्पताल मुंबई एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 के बहुत करीब है. इस सुविधा केंद्र की मंशा नागरिक औौर पूर्व सैनिकों के प्रति मदद का विस्तार है. सब कुछ मुफ्त है."
जनसंपर्क अधिकारी मुंबई ने वायरल हो रहे मैसेज को बताया फर्जी
मैसेज में ये भी दावा किया गया है कि मरीजों को इलाज की सुविधा विशेषज्ञ, सांस-रोग विशेषज्ञ, डॉक्टर और नर्स के जरिए मुहैया होगी. मैसेज जारी करनेवाले का स्रोत अभी तक अज्ञात है. कोविड-19 को लेकर संवेदनशील मामले में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फर्जी खबर का ताजा उदाहरण है. इस सप्ताह के शुरू में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को 1000 से ज्यादा अकाउंट्स को स्थगित करने का आदेश दिया था जो कथित तौर पर कोविड-19 के बारे में गलत जानकारी फैला रहे थे. सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पहले ही स्पष्ट कर चुका है ये कोविड-19 टीकाकरण के बारे में नुकसानदेह/ झूठी और भ्रामक सूचना को हटा देगा.
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