मुंबई: एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच आज एक गुप्त बैठक हुई. मुंबई में हुई इस बैठक के बाद राज्य में अब नए राजनीतिक समीकरण बनने की चर्चा तेज हो गई है. तो क्या महाराष्ट्र में बीजेपी को नए साथी राज ठाकरे में मिल गये हैं और क्या राज ठाकरे की हिंदुत्व की राजनीति इस नए गठबंधन का ही नतीजा है.


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ मंगलवार दोपहर साढ़े 3 बजे दोनों नेताओं के बीच मुंबई के प्रेस स्थिति इंडियाबुल्स में मुलाक़ात हुई. क़रीब एक घंटे तक चली मुलाक़ात में दोनों नेताओं के बीच भविष्य की राजनीति की चर्चा हुई. एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे हिंदुत्व की राह पर 23 जनवरी को अपने मरहूम चाचा की जयंती पर अपनी पार्टी का झंडा बदलेंगे और अपनी पार्टी को हिंदुत्व की नई दिशा देंगे. बताया जा रहा है कि राज ठाकरे की हिंदुत्व की राह पर जाना इसी नई राजनीति का हिस्सा है.


राज ठाकरे मानते हैं कि शिवसेना सत्ता के लिए हिंदुत्व को भुलाकर धर्म निरपेक्ष हो गई है. शिवसेना की इस बदलती भूमिका से हिंदुत्व विचारधारा वाले वोटर और शिवसेना के नाराज़ कार्यकर्ता, नेता पार्टी छोड़ राज ठाकरे को साथ जा सकते हैं. इसी सोच को साथ लेने की कोशिश में राज ठाकरे हिंदुत्व का रास्ता अपनाने जा रहे हैं. ठाकरे की ये भूमिका पार्टी को नई दिशा देगी ऐसा विश्वास पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को है.


बताया जा रहा है कि राज ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस के बीच ये पहली मुलाक़ात नहीं है. इससे पहले भी राज ठाकरे और फडणवीस के बीच एक बार मुलाक़ात हो चुकी है. राज ठाकरे बीजेपी नेता आशीष शेलार से भी मिले हैं. कहा ये जा रहा है कि राज ठाकरे और बीजेपी नेताओं के बीच मुलाक़ात का सिलसिला सीधे दिल्ली यानी अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर हो रहा है. यानि इस नए रिश्ते की डोर सीधे दिल्ली के हाथ में है.


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