DETAILS: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की आहट?
माना जा रहा है कि राज्यपाल ने सरकार बनने की धूमिल होती संभावनाओं के मद्देनजर कानूनी सलाह एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोणी से ली है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार बनाने की धूमिल होती उम्मीदों के बाद अब सत्ता का केंद्र राजभवन होता जा रहा है. मुंबई में मालाबार हिल्स में राजभवन में और थोड़ी देर पहले महाराष्ट्र के एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोणी ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. इसके साथ ही मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे ने भी राज्यपाल से मुलाकात की है.
माना जा रहा है कि राज्यपाल ने सरकार बनने की धूमिल होती संभावनाओं के मद्देनजर कानूनी सलाह एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोणी से ली है. बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभर कर सामने आया था, लेकिन शिवसेना के मुख्यमंत्री की मांग से फिलहाल सरकार बनने की संभावना कम होती जा रही है. इससे पहले शिवसेना ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस की तरफ हाथ बढ़ाया था. लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार के सरकार बनाने से साफ इंकार कर देने से गेंद एक बार फिर से शिवसेना के पाले में आ गई थी.
इस बीच संघ प्रमुख ने भी मध्यस्थता करके शिवसेना और बीजेपी के बीच दोबारा बातचीत शुरू करवाई थी. लेकिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में हुई विधायकों के साथ बैठक में कहा कि "बीजेपी और देवेंद्र फडणवीस उन्हें झूठा साबित करना चाहते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले जो फार्मूला यानी कि 50 50 फ़ीसदी सत्ता की हिस्सेदारी का तय हुआ था उससे अब बीजेपी पीछे हट रही है लेकिन हम अब पीछे नहीं हटेंगे".
शिवसेना की आज विधायक दल की बैठक मातोश्री में उद्धव ठाकरे ने ली थी. वहां यह यह बातें उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों से कहीं और उसके बाद शिवसेना के तमाम विधायकों को फाइव स्टार होटल में सुरक्षित निगरानी में रख दिया गया है. इसके बाद ही लगभग तय हो गया था कि अब बीजेपी और शिवसेना की सरकार बनने की संभावना अगले कुछ दिनों तक धूमिल हो सकती हैं. राज्यपाल से एडवोकेट जनरल की मुलाकात के बाद शाम 6:00 बजे के आसपास मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे ने भी राज्यपाल से मुलाकात की है. ऐसा माना जा रहा है कि अधिकारियों की राजभवन की ओर दौड़ राष्ट्रपति शासन की आहट की ओर इशारा कर रही है.