Srinagar Mehran News: दो शिक्षकों और एक प्रमुख रसायनज्ञ समेत पांच नागरिकों की हत्या के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीनगर (Srinagar) शहर के एक स्थानीय गुंडे से उग्रवादी की ओर ध्यान केंद्रित किया है. सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि पाकिस्तान में बैठे आकाओं के इशारे पर ये लोग कश्मीर (Kashmir) में नृशंस हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं. सुरक्षा प्रतिष्ठान के अत्यधिक विश्वसनीय सूत्रों ने आतंकवादी (Terrorist) की पहचान मेहरान (Mehran) यासीन शाला के रूप में की है. मेहरान इसी साल जून में शहर के कम से कम 4 अन्य लड़कों के साथ आतंकवादियों के समूह टीआरएफ में शामिल हुआ था.


मेहरान, श्रीनगर शहर के जमालता इलाके में रहता है और एक कुख्यात गिरोह के साथ श्रीनगर के नवा कदल इलाके में सक्रिय था. इसकी पहचना एक स्थानीय गुंडा के रूप में थी. मेहरान ने दो लोगों को गोली मारकर हत्या कर चुका है. नागरिक हत्याओं का सिलसिला कर्ण नगर में मेहराज गुरु की हत्या के साथ शुरू हुआ.


गुर्जर गिरोह से भी जुड़ा था मेहरान


मेहरान कुछ समय के लिए शेख मेहरान अली के नेतृत्व वाले गुर्जर गिरोह से भी जुड़ा था. गुर्जर गिरोह के सरगना सितंबर 2021 में श्रीनगर शहर में एक मुठभेड़ में मारा गया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मेहरान को जून 2021 में पाकिस्तानी हैंडलर वाहिद की ओर से श्रीनगर और उसके आसपास हत्याएं करने के लिए भर्ती किया गया था. 


बता दें कि स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और उसके सहयोगी दीपक चंद की हत्या की प्राथमिक जांच में मेहरान का नाम भी सामने आया है. पुलिस का कहना है कि मेहरान ने एक अज्ञात पाकिस्तानी आतंकवादी के साथ मिलकर शिक्षकों और प्रमुख फार्मासिस्ट माखन लाल बिंदू को मार डाला था लेकिन बिहार के एक फेरीवाले की हत्या के पीछे उसका हाथ नहीं था.


फेरीवाले की हत्या के पीछे मुख्तार शाह का हाथ


सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी आतंकवादी को लश्कर का खूंखार आतंकवादी 'छोटा वलीद' माना जा रहा है, जिसकी मौजूदगी टीआरएफ ने सिरे से नकार दी है. आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने खुलासा किया कि फेरीवाले की हत्या के पीछे गांदरबल का मुख्तार शाह था जो 12 अक्टूबर को तुलनार शोपियां में एक मुठभेड़ में मारा गया था.


पुलिस सूत्रों के अनुसार, अगस्त में एक मुठभेड़ में मारे गए द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) के मारे गए प्रमुख शेख अब्बास के बारे में माना जाता है कि उन्होंने मेहरान को शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. एक सूत्र ने बताया, ''ऐसा लगता है कि आतंकी समूह किसी ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहते थे, जिसकी आतंकवाद से संबंधित पृष्ठभूमि न हो, ताकि पता लगाना मुश्किल हो जाए.''


उन्होंने कहा, ''इसीलिए मेहरान को श्रीनगर शहर के इलाके के बारे में जानकारी होने के कारण नागरिकों की चुनिंदा हत्याओं के लिए भर्ती किया गया था.'' सुरक्षा एजेंसियों ने मेहरान को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) सहित कई एजेंसियों ने टीआरएफ कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की है और पिछले 24 घंटों में श्रीनगर में कई जगहों पर छापेमारी की गई है.


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