टीएमसी नेता विनय मिश्रा पर छापे के दौरान बरामद एक डायरी के आधार पर शिंकजा कसा था जिसमें हायरअप के नाम पर करोड़ो रुपये दिए दिखाए गए थे. अब जांच के दौरान कैटल स्मगलिंग किंग इनामुल हक समेत अवैध खनन के आरोपी अनूप लाला उर्फ मांझी के तार भी विनय मिश्रा से जुड़ गए हैं. जांच एजेंसियो को उम्मीद है कि इस मामले की जांच के दौरान 1000 करोड़ के अवैध लेनदेन तक का खुलासा हो सकता है. विनय को पूछताछ के लिए सोमवार को सीबीआई के सामने पेश भी होना है लेकिन उसका कोई सुराग अब तक सीबीआई को नही मिल सका है.


टीएमसी युवा विंग के महासचिव विनय मिश्रा को सीबीआई के साथ साथ ईडी और आयकर विभाग भी अब खोज रही है. विनय मिश्रा को टीएमसी का महासचिव 23 जुलाई 2020 को टीएमसी के सांसदअभिषेक बनर्जी के हस्ताक्षर वाले पत्र से बनाया गया था. इसी विनय मिश्रा के ठिकानो पर जांच एजेंसियो की छापेमारी लगातार जारी है. जांच एजेंसियो के सूत्रो के मुताबिक विनय मिश्रा का नाम तब सामने आया जब एक बड़े स्मगलर के यहां छापे के दौरान एक डायरी बरामद हुई. उस डायरी मे पूरा ब्यौरा लिखा हुआ था कि किस थाने किस अधिकारी को अवैध काम के बदले कितना पैसा दिया जाता है और उसी में हायरअप के नाम पर भी करोड़ो रुपये लिखे हुए थे. इस मामले की जांच के दौरान विनय मिश्रा जांच एजेंसियो के निशाने पर आ गए थे.


इस मामले का एक किरदार आसनसोल का अनूप मांझी उर्फ लाला भी है. जिसपर अवैध खनन समेत अनेको आरोप हैं. यह भी आरोप है कि लाला अपने धंधे के लोगो का पैसा एकत्र कर हायरअप तक पहुंचाता है और बदले मे अवैध धंधा करने वालो का उसे पूरा सरंक्षण मिलता है. डायरी मे साफ तौर पर लिखा है कि अवैध धंधे के बदले किसे कितना पैसा दिया गया. अनूप लाला वो शख्स है जिसके बारे मे खुद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी बोल चुके हैं.


इस मामले का तीसरा किरदार कुख्यात कैटल स्मगलर इनामुल हक भी है. जिसे सीबीआई दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया था और अब तक की जांच के दौरान इसके तार भी विनय मिश्रा से जुडे बताए जा रहे है.जांच एजेंसियो के सूत्रो के मुताबिक ये दो बड़े कथित सरगना पैसे उगा कर हायरअप के लिए देते थे और आरोप है कि हायरअप के नाम पर विनय मिश्रा ये पैसे लेता था और इन पैसो को इनके मुकाम तक पहुंचाता था,. विनय मिश्रा को बंगाल सत्ता के गलियारे मे बेहद क्लोज माना जाता है. लिहाजा जांच एजेंसियां अब विनय मिश्रा से जानना चाहती है कि ये हायरअप कौन हैं और कितना पैसा अब तक इन लोगो को देश और विदेश मे पहुंचाया गया. जांच एजेंसी के एक आला अधिकारी के मुताबिक अब तक की जांच के हिसाब से पता चला है कि सारे काले धंधो के तोल के बदले प्रतिमाह लगभग सौ करोड़ रुपये से ज्यादा हायरअप तक पहुंचाये जाते रहे हैं. ऐसे मे इस जांच के दौरान एक हजार करोड़ के अवैध लेनदेन का पता चल सकता है.


सूत्रों ने बताया कि विनय मिश्रा के बारे मे अभी तक जांच एजेंसियां यह पता नही लगा पाई है कि वो कहां है. केवल कयास लगाए जा रहे है कि वो विदेश भाग गया है हालांकि उसके लिए लुकआऊट नोटिस भी जारी करवा दिया गया है लेकिन अभी तक यह भी नही पता चला है कि वो किस एय़रपोर्ट के जरिए देश के बाहर गया. शक किया जा रहा है कि वो जमीनी रास्ते से पहले बांग्लादेश और उसके बाद कहीं और चला गया. ऐसे मे यदि सोमवार को विनय सीबीआई के सामने पेश नही हुआ तो आने वाले दिनो मे उसकी मुश्किले और बढ सकती है.