जम्मू: भारत-पाकिस्तान सीमा से घुसपैठ में नाकाम पाकिस्तान को सुरक्षाबलों की मुस्तैदी के चलते अब ट्रकों के ज़रिये जम्मू से कश्मीर घाटी तक आतंकी पहुंचाना भी दुश्वार हो रहा है. ऐसे में अब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने सभी आतंकी संगठनों को कश्मीर तक आतंकी पहुंचाने का नया गेमप्लान दिया है.


कश्मीर में दम तोड़ते आतंक को हवा देने के लिए पाकिस्तान अब नयी साजिश रच रहा है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों- जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज़्बुल मुजाहिदीन को कश्मीर तक आतंकी पहुंचाने का नया गेम प्लान सुझाया है. इस गेमप्लान के तहत आतंकियों को जम्मू या पंजाब की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ करवा कर उन्हें हाईवे के रास्ते से श्रीनगर जाने से रोका गया है. आईएसआई ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि ट्रक्स में सवार होकर आतंकियों को कश्मीर तक पहुंचाने की साजिश का जम्मू पुलिस ने अब तोड़ निकाल लिया है और ऐसी कई साजिशें नाकाम हुई हैं.


आंकड़ों पर नज़र डाले तो सितम्बर 13, 2018 सितम्बर 12, 2019 और जनवरी 31, 2020 यह वो तीन तारीख़ें है जब सुरक्षाबलों ने जम्मू श्रीनगर हाईवे पर आतंकियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया. 2018 में कठुआ के पास 3 ट्रक से आतंकियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया जबकि 2019 में झज्जर कोटली में एक ट्रक से श्रीनगर जा रहे 3 आतंकियों को मार गिराया गया. वहीं, इसी साल के पहले महीने में सुरक्षाबलों ने जम्मू के नगरोटा के पास एक ट्रक में सवार तीन आतंकियों की मार गिराया. इन तीनों घटनाओ में आतंकी ट्रक में सवार होकर श्रीनगर जाने की फ़िराक में थे.


आईएसआई ने आतंकियों को दी है ये हिदायत


आईएसआई ने अब आतंकियों को हाईवे पर न जाकर पारंपरिक घुसपैठ के रास्तों को अपनाने की हिदायत दी है. सूत्रों की मानें को इस नए गेमप्लान के तहत आईएसआई ने आतंकियों को जम्मू के कठुआ से बिलावर, भद्रवाह, डोडा और किश्तवाड़ होते हुए श्रीनगर पहुंचाने की हिदायत दी है. यह पारंपरिक रूट यूं तो काफी लम्बा है लेकिन जंगल होने के कारण यहां आतंकियों के पकड़े जाने की सम्भावना कम है. साथ ही जंगलों में आतंकियों को छिपने की जगह भी आराम से मिल जाती है.


सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो इस काम के लिए आईएसआई ने अपने ओवर ग्राउंड वर्कर्स को सक्रिय किया है, ताकि घुसपैठ कर इन जंगलों के रास्ते कश्मीर पहुंच रहे आतंकियों के लिए न केवल गाइड बल्कि खाने पीने और रहने का इंतेज़ाम भी सुरक्षित तरीके से किया जाये. इसके लिए प्रदेश में सक्रिय ओवर ग्राउंड वर्कर्स और स्लीपर सेल्स को ऐसे लोगों की तलाश करने को कहा गया है जो पैसे के लिए यह काम कर सकें. सुरक्षाबलों का दावा है कि अपनी इस नयी साजिश को आजम देने के लिए पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में अपने मौजूदा ओजीडब्लू नेटवर्क के साथ-साथ नया नेटवर्क भी तैयार कर रहा है.


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