Pakistan Terror Plan: करतारपुर कॉरिडोर से आतंकी भारत भेजने की फिराक में पाकिस्तान, पंजाब-कश्मीर को दहलाने का ये है प्लान
Pakistan Terror Plan: नए साल में पाकिस्तान की नई नापाक साजिश का खुलासा हुआ है.पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर से घुसपैठ की साजिश रच रहा है. एबीपी न्यूज के पास खुफिया एजेंसी के दस्तावेज भी मौजूद हैं.
Kartarpur Corridor: खुफिया एजेंसी आईएसआई ने नए साल पर घुसपैठ की नई साजिश रची है. इस बार साजिश आस्था के प्रतीक माने जाने वाले करतारपुर कॉरिडोर से घुसपैठ करने की है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने लश्कर के पांच आतंकवादियों को करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते गुरदासपुर और पठानकोट जाने को कहा है. एबीपी न्यूज के पास इस नापाक साजिश के खुफिया दस्तावेज भी मौजूद हैं.
पंजाब में अभी हाल ही में लुधियाना में बम धमाका हुआ था. धमाके के तार आतंकी गुटों तक पहुंचे. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर सीमा से सुरक्षाबलों की मुस्तैदी के चलते आतंकवादी घुसने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. अपने आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर में घुसने के रास्ते विफल होता देख पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंक की नई साजिश रची है. यह साजिश इस बार आस्था के प्रतीक माने जाने वाली करतारपुर कॉरिडोर के सहारे रची गई है.
खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकवादी संगठनों के आकाओं की बैठक में निर्देश दिए हैं कि इस बार घुसपैठ करतारपुर कॉरिडोर के सहारे कराई जाए और इस बाबत आईएसआई सभी प्रकार के दस्तावेज और सुविधाएं मुहैया कराएगी.
खुफिया दस्तावेज के मुताबिक करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने पांच आतंकवादियों को सिख वेश में भारत में घुसने को कहा है. इन आतंकवादियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे दो गुटों में बंटकर पंजाब के गुरदासपुर और जम्मू कश्मीर के पठानकोट में रुकें और नए निर्देश की प्रतीक्षा करें. दस्तावेज बताता है कि इन आतंकवादियों को पाकिस्तान के आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र में 2 सप्ताह की विशेष ट्रेनिंग दी गई है. सूत्रों ने बताया कि इस प्रशिक्षण के दौरान इन लोगों को बम धमाके से लेकर फिदायीन हमला तक करने का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक गुरदासपुर और पठानकोट भेजे जाने का प्लान इसलिए है क्योंकि पंजाब में चुनाव होने वाले हैं वहीं दूसरी तरफ पठानकोट में बड़ी आतंकी कार्रवाई कर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी यह जताना चाहती है कि जम्मू कश्मीर के लोग चुनाव नहीं चाहते. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साल के तीसरे ही दिन यानी सोमवार को देश के सभी खुफिया और सुरक्षा एजेंसी प्रमुखों के साथ बैठक की थी और बैठक में स्पष्ट तौर पर आतंकवादी खतरों से निपटने के लिए साझा रणनीति बनाने के निर्देश दिए थे.
फिलहाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और भारतीय खुफिया और सुरक्षा बल तू डाल डाल मैं पात पात की रणनीति पर काम कर रहे हैं. जहां एक तरफ पाकिस्तान नए साल में साजिश की नई रणनीति बना रहा है वहीं भारतीय सुरक्षा बल उन्हें नाकाम करने के लिए साझा रणनीति बनाकर उन्हें विफल करने में जुटे हैं.