चेन्नईः तमिलनाडु-केरल आईएसआईएस टेरर लिंक मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तंजावुर और तिरुचिरापल्ली जिलों में छापेमारी की. इससे पहले एर्णाकुलम कि विशेष एनआईए कोर्ट ने छापेमारी का आदेश जारी किया था. इसी साल जून महीने में जांच एजेंसी ने कोयम्बटूर में छापेमारी कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी ने मोहम्मद अजहरुद्दीन और शेख हिदायतुल्लाह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था.


गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी ने कहा था, ''दोनों गिरफ्तार व्यक्ति आईएसआईएस के विचारधारा से प्रभावित होकर भारत में काम कर रहे थे. दोनों लोग खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के लिए सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भर्ती करना चाह रहा था.''


एजेंसी ने अपने बयान में यह भी कहा था, ''दोनों शख्स केरल और तमिलनाडु में आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए ISIS की विचारधार के बारे में लोगों के बीच प्रचार प्रसार कर रहा था.''


गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर जांच एजेंसी ने दो जगहों पर छापेमारी की. छापेमारी के बाद एनआईए की टीम ने दो लैपटॉप, छह मोबाइल फोन, एक पेन ड्राइव, एक हार्ड डिस्क, एक मेमरी कार्ड के अलावा मौके से एक कुल्लहाड़ी और कई कागजात बरामद किए हैं.


एजेंसी ने बताया, ''जब्त किए गए सामान को एनआईए स्पेशल कोर्ट के समक्ष पेश कर दिया गया है. सभी डिजिटल डिवाइसों को फॉरेंसिक जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है.''


एजेंसी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर उनके बारे में पता लगाया जा रहा है. एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश में जुटी हुई है कि बरामद उपकरणों से गैरकानूनी कार्यों को अंजाम तो नहीं दिया गया है.


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