ISIS Conspiracy: आतंक फैलाने के लिए ISIS का नया हथियार, क्रिप्टो करेंसी से जुटा रहा फंड
ISIS Terrorist: ISIS अब एक देश से दूसरे देश में अपने मॉड्यूल तक टेरर फंडिंग के लिए क्रिप्टो करेंसी या बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहा है.
E-Money For Terror Funding: दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन ISIS ने टेरर फंडिंग का एक नया हथियार तैयार किया है. टेरर फंडिंग के लिए ISIS का नया हथकंडा है ई-मनी. मतलब ISIS अपने आतंकियों को पैसे भेजने और फंड जुटाने के लिए क्रिप्टो करेंसी और बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहा है. ISIS का फंडिंग का ये नया तरीका जांच एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. जांच एजेंसी के लिए इस नेटवर्क को तोड़ना एक बड़ा चैलेंज है.
सूत्रों के मुताबिक, ISIS पहले हवाला कारोबारियों के जरिए पैसा अपने आतंकियों को एक देश से दूसरे देश में भेजा करता था, लेकिन हवाला कारोबारियों के ऊपर कसते शिकंजे को देखते हुए अब ISIS ने एक नया तरीका अपना लिया है. हाल ही में, एक मामले की जांच के दौरान फाइल हुई चार्जशीट में सामने आया है कि ISIS एक देश से दूसरे देश में अपने मॉड्यूल तक टेरर फंडिंग के लिए क्रिप्टो करेंसी या बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहा है.
क्रिप्टो करेंसी से आतंक फैलाने की कोशिश
हिंदुस्तान व कई अन्य एशियाई और मिडिल ईस्ट देशों से फंड रेज करने में क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर रहा है. NIA के सूत्रों के मुताबिक ISIS का ये तरीका एजेंसी के लिए सिर दर्द बना हुआ है. सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों के पास ऐसा कोई मैकेनिज्म नहीं है जिससे वो मनी ट्रांजैक्शन के इस ग्रे-एरिया को पकड़ सकें. ऐसे में जांच एजेंसी के सामने ये एक बड़ा चैलेंज बना हुआ है.
बिहार से गिरफ्तार हुआ था ISIS आतंकी
हाल ही में NIA ने बिहार से ISIS के आतंकी मोहम्मद मोहसिन अहमद को गिरफ्तार किया था. मोहसिन भारत में ISIS की विचारधारा को ना सिर्फ हवा दे रहा रहा था, बल्कि जेहादियों की रिक्रूटमेंट करने की कोशिश में लगा था. NIA ने अपनी चार्जशीट में साफ लिखा है कि मोहम्मद मोहसीन हिंदुस्तान में ISIS के लिए फंड इकट्ठा कर उसे क्रिप्टो करेंसी में तब्दील कर सीरिया भेज रहा था. इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई थी.
जांच एजेंसियों के सामने बड़ी चुनौती
NIA के सूत्रों की माने तो जांच में साफ हो गया है कि ISIS अब पैसे भेजने के इस नए तरीके को अपना रहा है. जिसने जांच एजेंसियों को भी परेशान कर दिया है. सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसियों के पास इस मनी ट्रांजैक्शन की ट्रेल को पकड़ पाना काफी मुश्किल है. ऐसे में जांच एजेंसी इस ट्रेल का तोड़ निकालने में जुटी हैं.