Terror Magazine Of ISIS: दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन ISIS अब पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सपोर्ट में आ गया है. आईएसआईएस ने मैगजीन वॉइस ऑफ खुरासान (Voice of Khorasan) में पीएफआई और एसआईएमआई को लेकर एक आर्टिकल छापा है. इस पूरे आर्टिकल में पीएफआई की तारीफ की गई है और पुलिस की इस कार्रवाई को मुसलमानों के खिलाफ बताया. 


मैगजीन में कहा गया है कि गाय की पूजा करने वाली भारत सरकार ने तथाकथित आतंकवादी समूहों के साथ कथित रूप से संबंध रखने के लिए भारतीय मुसलमानों के बीच एक लोकप्रिय संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. हाल ही में घोषित पीएफआई पर प्रतिबंध संगठन पर कार्रवाई के बीच आया है. पिछले महीनों में हिंदू अत्याचारियों ने कई राज्यों में इसके कार्यालयों पर छापा मारा. इससे जुड़े कई नेताओं को गिरफ्तार किया. 


बिहार में PFI के खिलाफ एक्शन में NIA


आईएसआईएस की इस मैगजीन में कहा गया है कि पिछले सात दशकों से कट्टरपंथी हिंदू राज्य मुसलमानों पर हिंसा कर रहे हैं. इसी पैटर्न का इस्तेमाल कर पीएफआई के कार्यकर्ताओं की राष्ट्रव्यापी गिरफ्तारी और बाद में प्रतिबंध लगा दिया गया. यह आर्टिकल ऐसे समय पर आया है जब बिहार में अब भी पीएफआई (PFI) को लेकर एनआईए (NIA) की कार्रवाई जारी है. एनआईए ने यहां पीएफआई मामले के सातवें आरोपी इरशाद मो. बेलाल (Md. Belal) को जितौरा गांव से गिरफ्तार कर लिया. 


पीएफआई पर पुलिस का एक्शन 


दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 28 सितंबर को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर यूएपीए एक्ट (UAPA Act) के तहत 5 साल का बैन लगा दिया था. एनआईए ने केरल के कोल्लम जिले से पीएफआई से जुड़े एक शख़्स को गिरफ्तार किया और उस समय जांच के दौरान कोर्ट को बताया कि वह अनलॉफुल एक्टिविटी में शामिल हैं. पुलिस का आरोप है कि पीएफआई अलग-अलग जाती धर्म के लोगों के बीच नफरत पैदा करने की कोशिश करता है कानून बिगड़े और अहिंसा फैलाई जा सके. पीएफआई युवाओं को आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित करते हैं. इसके बाद पीएफआई के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन लिए गए थे. 


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