मुसलमानों के लिए भारत के इस्लामिक सेंटर लखनऊ ने एडवायजरी जारी की है. जिसमें मस्जिद और इबादतगाहों को 8 जून से खोलने को कहा गया है. हालांकि उसके साथ कुछ हिदायतें भी दी गई हैं. नमाजियों को मस्जिद जाने के लिए उनका पालन करना जरूरी होगा.
इस्लामिक सेंटर ने जारी की एडवायजरी
केंद्र सरकार के धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत के बाद मुसलमानों की संस्था इस्लामिक सेंटर ने एडवायजरी जारी की है. ये एडवायजरी इबादतगाहों और मस्जिदों से संबंधित है. केंद्र सरकार ने 8 जून 2020 से तमाम धार्मिक संस्थानों को खोले जाने का फैसला किया है. जिसके बाद इस्लामिक सेंटर मस्जिद और इबादतगाहों को कुछ शर्तों के साथ खोले जाने की एडवायजरी जारी की. जिसमें कहा गया गया है कि 10 साल से कम उम्र के बच्चे और 65 से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग को मस्जिद में नमाज अदा करने से बचना चाहिए. इसके बजाए उन्हें घर पर ही नमाज अदा करने की सलाह दी जाती है. इस्लामिक सेंटर के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने बताया, "इस सिलसिले में 15 दिनों तक हालात का जायजा लिया जाएगा. अगर इस दौरान कोई तब्दीली होती है तो दोबारा एडवायजरी जारी की जा सकती है."
नमाज के लिए इन शर्तों का रखना होगा ध्यान
1. मस्जिद में किसी समय भीड़ ना जमा होने दें.
2. मस्जिद में सिर्फ फर्ज नमाज को प्राथमिकता दें.
3. सुन्नत और नफिल नमाजें घर पर ही अदा करें.
4. हर मस्जिद में 4 जमाअतें 15-15 मिनट के अंतराल से हों.
5. जुमे की नमाज के लिए भी 4 जमाअतों का ध्यान रखा जाए.
6. जुमे का खुतबा छोटा दिया जाए और उर्दू में तकरीर ना की जाए.
7. वुजू घर से ही करके नमाजियों को मस्जिद जाना चाहिए.
8. मस्जिद में नमाज अदा करनेवालों को मास्क लगाना चाहिए.
9. नमाज में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा-पूरा ख्याल रखा जाए.
10. मस्जिद की कालीन और चटाइयों को हटा दिया जाए.
11. हर नमाज से पहले फर्श को फिनायल या डिटॉल से साफ किया जाए.
12. मस्जिद में रखी हुई टोपियों के बजाए खुद की टोपी पहन कर जाएं.
13. मस्जिद में दाखिल या निकलते समय भीड़ इकट्ठी ना होने दिया जाए.
14. गले मिलने या हाथ मिलाने से परहेज करने का भी ख्याल रखा जाए.
गयाः बसों में सरकारी दिशा-निर्देशों का नहीं हुआ पालन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां