Congress On Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध पर कांग्रेस ने शुक्रवार (17 नवंबर) को नया बयान जारी किया. कांग्रेस ने इजरायल की कार्रवाई को नरसंहार करार देते हुए इसकी निंदा की. 


कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश की ओर से जारी बयान में कहा गया, ''अपने नागरिकों पर हमास के निंदनीय हमले के बाद इजरायल की कार्रवाई नरसंहारक है. नागरिकों, महिलाओं और बच्चों, अस्पतालों और आश्रयों को निशाना बनाना मानवता के मूल्यों और युद्ध के हर अंतरराष्ट्रीय मानदंड का उल्लंघन है.''


'अब अस्पतालों को निशाना बनाया जा रहा है'


बयान में कहा गया, ''ईंधन, बिजली, दवाओं, एनेस्थेटिक्स और मानवीय सहायता को कई हफ्तों तक अवरुद्ध करने के बाद, अब अस्पतालों को सैन्य रूप से निशाना बनाया जा रहा है, यहां तक कि समय से पहले जन्मे शिशुओं को भी चिकित्सा देखभाल से वंचित कर दिया गया है, यह युद्ध के समय में भी एक भयावह और अभूतपूर्व घटनाक्रम है.''


'दिए जा रहे नरसंहार के इरादे के बयान'


जयराम रमेश ने बयान में कहा, ''10,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं जिनमें से आधे से ज्यादा हमारे बच्चे हैं. डब्ल्यूएचओ ने दर्ज किया कि गाजा में हर 10 मिनट में एक बच्चा मारा जा रहा है. यह सब तब हो रहा है जब शीर्ष इजरायली नेतृत्व की ओर से नरसंहार के इरादे के बयान दिए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने खुद गाजा के कुछ हिस्सों को मलबे में बदलने का आह्वान किया है और पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की बेतहाशा हत्या को कॉलेटरल डैमेज कहा है.''


'यूक्रेन और गाजा में लागू किया जा रहा दोहरा मानक'


कांग्रेस नेता ने बयान में कहा, ''कुछ इजरायली मंत्रियों की ओर से फिलिस्तीनियों पर जिस तरह की अमानवीय भाषा का इस्तेमाल किया गया वह प्रलय से पहले की भाषा की तरह है.''


बयान में कहा गया, ''यह चौंकाने वाली बात है कि कई प्रभावशाली देश जो सुविधाजनक होने पर मानवाधिकार और न्याय की भाषा बोलना चुनते हैं, वे इजरायल के कार्यों को अपना समर्थन दे रहे हैं. यूक्रेन और गाजा में लागू किया जा रहा दोहरा मानक स्पष्ट है.''


'तुरंत युद्धविराम की घोषणा की जाए'


बयान में कहा गया, ''समय की मांग है कि तनाव कम किया जाए और तुरंत युद्धविराम की घोषणा की जाए. दुनिया चुपचाप नहीं देख सकती क्योंकि दूसरा नकबा सामने आ रहा है और फिलिस्तीनियों का जातीय सफाया और उन्हें बेदखल करना, जैसा कि 1948 में किया गया था, एक बार फिर दंड-मुक्ति के साथ किया जा रहा है.''


कांग्रेस ने भारत सरकार से किया ये आग्रह


बयान में कहा गया, ''भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारत सरकार से अमेरिका, इजरायल और यूरोपीय संघ की सरकारों पर दबाव बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आग्रह करती है ताकि वे गाजा में इजरायल की ओर से की जा रही हिंसा को रोकने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग कर सकें.'' बयान में आखिर में कहा गया, ''हमारी सामूहिक चेतना को जगाने से पहले और कितनी जानें लेनी होंगी?''






कांग्रेस पहले भी जारी कर चुकी है बयान


बता दें कि शुक्रवार के बयान से पहले कांग्रेस ने इजरायल-हमास मुद्दे पर कम से कम दो बयान जारी किए थे. अपने पहले बयान में कांग्रेस ने इजरायल पर हमले की निंदा की थी और कहा था कि हिंसा कभी कोई समाधान नहीं देती.


कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद पार्टी ने एक और बयान जारी किया था, जिसमें उसने फिलिस्तीनी लोगों के भूमि, स्वशासन और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के प्रति अपने समर्थन को रेखांकित किया था.


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