Kashmir Files Controversy: इजराइली फिल्म मेकर नादव लैपिड के ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को अश्लील और प्रोपेगेंडा वाली फिल्म बताने वाले बयान पर इजरायल ने अपनी गलती मानी है. इसे लेकर इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने भारत से माफी भी मांगी है. उन्होंने लैपिड के बयान पर खेद जताते हुए कहा कि उन्हें नादव लैपिड के बयान पर शर्म आती है.


इजरायली राजदूत ने कश्मीर फाइल्स की आलोचना के बाद लैपिड को एक खुला पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा 'आपको शर्म आनी चाहिए'. साथ ही उन्होंने लैपिड को फटकार भी लगाई और इस बात पर जोर दिया कि कैसे भारत और इजरायल के के बीच दोस्ती बहुत मजबूत है और उसके इस बयान से आगे कोई नुकसान नहीं होगा. 


"दूसरे देशों पर बयान देने की जरूरत नहीं" 


इजरायली राजदूत ने कहा, 'भारत और इज़राइल के बीच दोस्ती बहुत मजबूत है. नादव लैपिड के बयान से कोई नुकसान नहीं होगा. हमें इस बयान पर शर्म आती है और हम अपने मेजबानों से इसके लिए माफी मांगना चाहते हैं. इस्राइल में आप जो नापसंद करते हैं, उसकी आलोचना करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन दूसरे देशों पर बयान देने की जरूरत नहीं है.'


नादव लैपिड ने कश्मीर फाइल्स को बताया था अश्लील 


दरअसल, सोमवार (28 नवंबर) को आईएफएफआई के जूरी प्रमुख नादव लैपिड ने फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में फिल्म 'कश्मीर फाइल्स' को अश्लील बताया था. उनका यह बयान वायरल होने के बाद अब इसपर विवाद खड़ा हो गया है. इजरायली दूत ने कहा कि नादव लैपिड ने आईएफएफआई गोवा में न्यायाधीशों के पैनल की अध्यक्षता करने के लिए भारतीय निमंत्रण का दुरुपयोग किया है. 


IFFI के जूरी हेड नादव लैपिड ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को 'अश्लील' और 'अनुचित' करार दिया था. लैपिड ने कहा था, "हम सभी 15 सदस्य फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' से परेशान और स्तब्ध थे. यह हमें एक प्रचार, अश्लील फिल्म की तरह लगा, जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए अनुपयुक्त है."


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