Israel Gaza Attack: कांग्रेस ने रविवार (8 अक्टूबर) को इजराइल पर हमास के हमले की आलोचना की है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस में बहस छिड़ गई. दरअसल, बीजेपी ने आरोप लगाया कि 2004 से 2014 के बीच भारत ने भी ऐसे ही हमले झेले थे.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस का हमेशा मानना रहा है कि फिलिस्तीनी लोगों की चिंताओं का समाधान बातचीत से ही होना चाहिए. कांग्रेस ने कहा, "किसी भी प्रकार की हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलता. भारत ने हमले की निंदा की है और पीएम मोदी ने कहा कि भारत इजराइल के साथ खड़ा है."
इससे पहले बीजेपी ने शनिवार (7 अक्टूबर) को इजराइल हमले को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला. इस दौरान मुंबई आतंकी हमले सहित देशभर में विभिन्न आतंकी घटनाओं का उदाहरण देते हुए बीजेपी ने कहा, "इजरायल आज जो झेल रहा है, वही भारत ने 2004-14 के बीच झेला. कभी माफ मत करो, कभी मत भूलो...". बीजेपी की ओर से जारी किए गए वीडियो में राहुल गांधी का एक बयान भी शामिल किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'हर आतंकवादी हमले को रोकना बहुत मुश्किल है.'
नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा की
हमास ने शनिवार (7 अक्टूबर) को इजराइल में घुसपैठ की और फिर हजारों रॉकेट दागे. इसके बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा कर दी. इस जंग में इजराइल में अब तक लगभग 300, जबकि गाजा में भी 232 लोगों मारे जा चुके हैं.
कौन सा देश किसके समर्थन में?
भारत, अमेरिका और ब्रिटेन इजरायल के साथ खड़े हैं. सऊदी अरब, कतर और ईरान हमास का समर्थन करते दिख रहे हैं. इसके अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने भी फिलिस्तीन का ही सपोर्ट किया है.
इजराइल के साथ खड़ा है भारत
इजराइल के साथ भारत के रणनीतिक रिश्ते हैं. पीएम मोदी ने इजराइल में हुए आतंकी हमलों पर हैरानी जताई और कहा कि भारत मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ एकजुटता से खड़ा है. हमास के हमलों के बाद इजराइल ने भारत को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने भारत के नैतिक समर्थन की सराहना की.
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