Sharad Pawar on Israel Gaza Attack: मुंबई स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में रविवार (15 अक्टूबर) को पदाधिकारियों की बैठक हुई. इस दौरान एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इजरायल और फलस्तीन के बीच हो रही जंग पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने इस बैठक में फलस्तीन के प्रति अपना समर्थन दिखाया. उन्होंने कहा, ''इजरायल-फलस्तीन की जंग विश्व शांति के लिए खतरा है. वहां के जमीन और घर फलस्तीन के थे, इजरायल का उस पर कब्जा हो गया."
पीएम मोदी पर निशाना साधा
एनसीपी अध्यक्ष ने आगे कहा, ''देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका फलस्तीन की मदद करने की थी. भारत ने कभी किसी की मदद नहीं की है, लेकिन वर्तमान प्रधानमंत्री ने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इजरायल का समर्थन कर मूल स्वामियों का विरोध किया है. एनसीपी की भूमिका स्पष्ट है कि वह मूल मालिकों और मेहनतकशों के पक्ष में है.''
इजरायल-हमास जंग पर देश में राजनीति
इजरायल-हमास जंग को लेकर देश में भी खूब राजनीति हो रही है. इसे लेकर कांग्रेस ने फलस्तीन का समर्थन करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसके बाद बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोला था. असम के सीएम और बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने तो कांग्रेस पार्टी की तुलना पाकिस्तान से कर दी थी. असम के सीएम ने हमास समर्थकों के साथ सख्ती से पेश आने की बात भी कही थी.
हमास हमले के बाद इजरायल गाजा में हवाई हमला कर रहा है. इस बीच इजरायल ने उत्तरी गाजा के नागरिकों को दक्षिण को ओर जाने की चेतावनी जारी की, ताकि वह जमीनी हमला कर सके.
कार्यक्रम में शामिल हुए ये नेता
एनसीपी के कार्यक्रम में शरद पवार समेत पार्टी के कई बड़े नेता पहुंचे. इस बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया. इस दौरान वहां एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, जीतेंद्र अवाद, अनिल देशमुख, राजेश टोपे समेत मुंबई के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.