UN में गाजा सीजफायर के प्रस्ताव पर भारत ने बनाई दूरी, भड़का विपक्ष, जानें प्रियंका गांधी से लेकर ओवैसी तक ने क्या कहा?
Israel-Gaza Attack: गाजा में युद्धविराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र में हुई वोटिंग में भारत ने हिस्सा नहीं लिया. इसको लेकर विपक्षी नेताओं ने सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए हैं.
Israel-Hamas War: इजरायल-हमास युद्ध के बीच तत्काल संघर्ष विराम को लेकर शुक्रवार (27 अक्टूबर) को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव लाया गाया और उस पर वोटिंग हुई. हाालंकि, भारत ने मतदान से दूरी बना ली. इसको लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है और सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए हैं.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार (28 अक्टूबर) को कहा कि फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत सरकार में भ्रम की स्थिति है. पिछली सरकारों में ऐसा भ्रम कभी नहीं देखा गया था और भारत की नीति हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन करने की रही है, न कि इजरायल की.
शरद पवार ने फिलिस्तीन मुद्दे को लेकर भारत की नीति में बदलाव की आलोचना की और कहा कि वहां हजारों लोग मर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने कभी भी इजरायल का समर्थन नहीं किया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं, मामले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि यह हैरान करने वाला है कि मोदी सरकार ने संघर्ष विराम और नागरिक जीवन की सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर वोटिंग से खुद को अलग कर लिया.
It is SHOCKING that @narendramodi govt abstained on the @UN resolution for a humanitarian truce & protection of civilian lives.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 28, 2023
7028 people have been killed by Israel in Gaza. Over 3000 of them are children & 1700 women. At least 45% of housing in Gaza has been destroyed. Over… pic.twitter.com/kfg6ayoeZv
ओवैसी ने एक्स पर लिखा कि इजराइल ने गाजा में 7028 लोगों की हत्या कर दी है. उनमें से 3000 से अधिक बच्चे और 1700 महिलाएं हैं. गाजा में कम से कम 45 फीसदी घर बर्बाद हो गए हैं. 14 लाख से अधिक लोग घर छोड़ कर चले गए हैं. शांतिकाल में भी गाजा के लोगों की पूर्ण नाकाबंदी कर ली गई है और वह मानवीय सहायता पर निर्भर हैं.
उन्होंने आगे कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि मानवीय मुद्दा है. लोगों की जान से जुड़े मुद्दे पर भारत ने वोटिंग परहेज क्यों किया? गाजा को सहायता भेजने के बाद परहेज क्यों? विश्व गुरू एक विश्व एक परिवार का क्या हुआ?
प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को आढ़े हाथ लिया
इसके अलावा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सरकार को निशाने पर लिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखते हुए कहा, "यह शर्मनाक है कि भारत सरकार ने गाजा सीजफायर के प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं की." उन्होंने कहा कि अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर ही हमारे देश की स्थापना हुई थी.
“An eye for an eye makes the whole world blind” ~ Mahatma Gandhi
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 28, 2023
I am shocked and ashamed that our country has abstained from voting for a ceasefire in Gaza.
Our country was founded on the principles of non-violence and truth, principles for which our freedom fighters laid down…
कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस वक्त मानवता के हर कानून को नष्ट कर दिया गया है, लाखों लोगों को मिलने वाले भोजन, पानी, मेडिकल सप्लाई, और बिजली को रोक दिया गया है और फिलिस्तीन में हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को मारा जा रहा है. ऐसे में सरकार का इसके खिलाफ स्टैंड लेने से इंकार करना और चुपचाप देखना गलत है.
गिरिराज सिंह का प्रियंका को जवाब
इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी प्रियंका गांधी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि भारत, फिलिस्तीन के साथ ही खड़ा है, लेकिन प्रियंका गांधी वोट के लिए आतंकवादी हमास के साथ खड़ी हैं. उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस ही हमास जैसे आतंकी संगठनों का पक्ष ले सकती है.
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