Pro Palestine Posters: केरल पुलिस ने कोझिकोड जिले में स्टारबक्स आउटलेट के बाहर फिलिस्तीन समर्थक पोस्टर चिपकाने के आरोप में छह छात्रों को गिरफ्तार किया. बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. स्टारबक्स के कर्मचारियों ने इसकी शिकायत पुलिस में की थी जिसके बाद ये कार्रवाई की गई.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना 4 जनवरी की है. आरोप है कि कोझिकोड के फारुक कॉलेज के छात्रों ने कथित तौर पर स्टारबक्स के बाहर पोस्टर चस्पा किए. इन पोस्टर्स पर ‘फ्री फिलिस्तीन’ और ‘चेतावनी, ये कंटेट नरसंहार को फंड कर सकती है’ का टाइटल लिखा हुआ था. इसके बाद स्टारबक्स के कर्मचारियों की शिकायत के आधार पर छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 427, 448,153 के तहत मामला दर्ज किया गया.


फ्रेटरनिटी मूवमेंट से जुड़े हैं ये छात्र


कथित तौर पर ये छात्र भारतीय कल्याण पार्टी की छात्र शाखा, फ्रेटरनिटी मूवमेंट के सदस्य हैं. हालांकि इन छात्रों को बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया लेकिन पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई के खिलाफ फ्रेटरनिटी मूवमेंट के अन्य कार्यकर्ताओं ने स्टारबक्स तक मार्च भी निकाला.


मामले पर एक आरोपी छात्र वसीम मंसूर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका इरादा किसी को नुकसान पहुंचाने का नहीं था बल्कि गाजा पर नरसंहार युद्ध का समर्थन करने वाले ब्राडों का वीडियो बनाने का था. फिलिस्तीन के समर्थन में कोझिकोड के भीतर ये तीसरी घटना सामने आई है. इससे पहले यहां कई सभाएं हो चुकी हैं जिसमें भारी भीड़ जुटी थी.


स्टारबक्स को क्यों बनाया जा रहा निशाना?


दरअसल, स्टारबक्स ने गाजा पर इजरायल के हमलों का समर्थन किया था इसके बाद से दुनियाभर में इसका विरोध किया गया. इसको लेकर स्टारबक्स ने बयान जारी करते हुए कहा था कि हम जिस चीज के लिए खड़े हैं उसके खिलाफ सोशल मीडिया पर गलत बयानबाजी हो रही है और उसके आउटलेट्स को निशाना बनाया जा रहा है. हमारा रुख साफ है, हम मानवता के साथ खड़े हैं.


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