नई दिल्ली: 26/11 के आतंकी हमले में अपने मां-बाप खो चुका मोशे होल्ट्जबर्ग कल मुंबई पहुंचा था. आज बेबी मोशे की मुलाकात भारत दौरे पर आए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से हुई. प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने 6/11 आतंकी हमले के शहीदों को नरीमन हाउस में श्रद्धांजलि दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जुलाई 2017 में इजराइल के दौरे पर गए थे तो खास तौर पर इस बच्चे, उसके नाना-नानी और देखभाल करने वाली भारतीय महिला सांड्रा सैम्युअल से भी मिले थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेबी मोशे को भारत आने का न्योता दिया था. मुंबई हमले के बाद से ही बालक मोशे भारत औऱ इजराइल के बीच आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी और संकल्प की एक तस्वीर बना रहा.
मोशे महज दो साल का था जब 26/11 के आतंकी हमले के दौरान चाबाद हाउस में हुई गोलीबारी ने उसके पिता गैवरील और मां रिवका को लील लिया था. मगर इस बच्चे की देखभाल करने वाली सांड्रा सैम्युल न न्हे मोशे को सुरक्षित बचा निकालने में कामयाब हुई थी.
सूत्र बताते हैं कि मोशे और उसके परिवार को 10 साल के विशेष वीजा भी भारत सरकार की ओर से दिया गया है ताकि बड़ा होने पर भी वो जब चाहे भारत आ सके.
आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे दोनों देश
इस से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता में नेतन्याहू ने आतंकवाद को दोनों मुल्कों का साझा दुश्मन बताते हुए इसके खिलाफ मिलकर लड़ने का संकल्प जताया.
संयुक्त बयान में दोनों देशों ने कहा कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में जायज नहीं ठहराया जा सकता. ऐसे में आतंकवादियों और आतंकी संगठनों, उनके मददगारों, पनाह देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है. भारत और इजराइल फरवरी 2018 में आतंकवाद और आतंरिक सुरक्षा के मुद्दे पर एक संयुक्त कार्यदल की बैठक भी करेंगे.