इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन बोले- भारत के साथ सदियों पुराने संबंध को और मजबूत करेंगे, पेगासस भारत का आंतरिक मामला है
Israeli Ambassador Statement: इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने पेगासस को लेकर कहा कि हमने NSO को लाइसेंस देते समय केवल यही शर्त रखी थी कि वो केवल सरकारों के साथ ही सौदा करेंगे या काम करेंगे.
Israeli ambassador Statement: भारत में इजरायल के नए राजदूत नाओर गिलोन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वो पहली बार राजदूत बनने के बाद भारत आए हैं. उन्होंने बताया कि वो तीन इजरायली प्रधानमंत्री के साथ काम कर चुके हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने सौ करोड़ वैक्सीनेशन के लिए भारत को बधाई दी. दीपावली पर्व की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने इजरायल का हाल में दौरा किया. यह बहुत ही सफल दौरा था. प्रधानमंत्री मोदी के इजरायल दौरे में दोनों देशों के संबंधों में काफी मजबूती आई. उन्होंने बताया कि इजरायल ने भारत की अगुवाई में इंटरनेशनल सोलर अलायंस को ज्वॉइन किया है. इजरायल में सौर ऊर्जा की भरमार है.
पेगासस भारत का आंतरिक मामला
इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने पेगासस स्पाईवेयर केस को लेकर कहा कि ये भारत का आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा कि NSO इजरायल की एक निजी कम्पनी है. हमने NSO को लाइसेंस देते समय केवल यही शर्त रखी थी कि वो केवल सरकारों के साथ ही सौदा करेंगे या काम करेंगे. इसके अलावा हमारा कोई लेना देना नहीं है. यहां जो हो रहा है यह आपका आंतरिक मामला है और इस पर हम कुछ नहीं कहना चाहते है. उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल के संबंध काफी पुराने हैं और वर्तमान दौर में ये काफा ज्यादा मजबूत हुए हैं.
टेक्नोलॉजी पर विशेष ध्यान
इसके साथ ही इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने बताया कि भारत, इजरायल, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई. उन्होंने कहा कि इजरायल बहुत ही छोटा देश है. हम मैन्युफैक्चरिंग पर ज्यादा जोर नहीं देते. हम हाई टेक्नोलॉजी पर विशेष ध्यान देते हैं. भारत और इजरायल के डिप्लोमैटिक संबंध के तीस साल पूरे होने वाले हैं. लेकिन हमारे संबंध सदियों पुराने हैं. भारत और इजरायल मिलकर बहुत बड़ी ताकत बन जाते है. भारत बहुत बड़ा देश है.
भारत-इजरायल के बीच चार बिलियन डॉलर का व्यापार
इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच करीब चार बिलियन डॉलर का व्यापार होता है. फ्री ट्रेड अग्रीमेंट होने के बाद उम्मीद है कि हमारा व्यापार काफी बढ़ेगा. दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में भी काफी सहयोग हो रहा है. कोरोना की पहली लहर में जब इजरायल प्रभावित हुआ तो जब किसी देश से मदद नहीं मिल रही थी तब भारत ने दवाइयां भेजी. हम इसके लिए आभारी है. जब दूसरी लहर आई और भारत प्रभावित हुआ तो इजरायल ने ऑक्सिजन कांसेंटेटर भेजा. इजरायल से काफी टुरिस्ट आते है. आप इजरायल आएंगे तो देखेंगे कि भारत को लेकर कितनी गर्मजोशी है. यही हालत भारत में भी मैंने देखा. इजरायल के प्रति भारत में काफी प्यार है.
कई देशों के लिए चुनौती है ईरान
इसके साथ ही इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि ईरान को लेकर कहना चाहूंगा कि हम बहुत छोटे देश है और जब कोई हमें नष्ट करने की धमकी देता है तो उसे बहुत ही गंभीरता से लेते हैं. ईरान के पास न्यूक्लियर पावर होना बहुत ही खतरनाक है. ईरान सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि साऊदी अरब, इराक के लिए भी चुनौती है. हमें पता है कि भारत का अफगानिस्तान और ईरान को लेकर अलग हित है. यह बहुत स्वाभाविक है. हमारी चर्चा होती है. समय के साथ कई चीजें सामने आती है. भारत, इजरायल, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात मिलकर इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. अब्राहम अकॉर्ड हमारे लिए वरदान है. अमेरिका की मदद हमारे लिए वरदान की तरह है.
इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने जानकारी देते हुए बताया कि इजरायल में एक हजार से अधिक भारतीय छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. हमारे यहां कहा जाता है कि अगर आप गाय की देखभाल अच्छे से करेंगे तो इसका बढ़िया फल मिलेगा. हम गाय के शरीर में एक चिप लगाते है और उसे बढ़िया से बढ़िया खाना देते हैं. चिप से हमें गाय के स्वास्थ्य का पता चलते रहता है. अगर गाय के शरीर का तापमान बढ़ता है चूंकि इजरायल एक गर्म प्रदेश भी है. तब हम गाय पर पानी छिड़कते हैं. इन सबकी वजह से हमारी गाय औसत भारतीय गाय से सात गुना अधिक दूध देती है. जहां तक इजरायली दूतावास के सामने हुए बम धमाके की जांच की बात है तो अभी तक हमें पता नहीं चल सका है कि कौन गुनहगार है लेकिन भारतीय एजेंसियों से काफी सहयोग मिला है.
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