दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास विस्फोट के मामले में पुलिस जांच में जुट गई है. पुलिस को एक शख्स पर संदेह है, जो ऑटो रिक्शा से इजरायली दूतावास के पास घटनास्थल पर आया था. यह शख्स ब्लास्ट से कुछ समय पहले ही ऑटो रिक्शा से वापस लौट गया. जांच एजेंसियां इस संदिग्ध की तलाश में जुट गई हैं. 


पुलिस ने ऑटो चालक की पहचान कर उससे पूछताछ की. इस दौरान पता चला कि संदिग्ध शख्स ने जामिया से पृथ्वीराज रोड (इजराइल एंबेसी के पीछे) आने के लिए 150 रुपये में ऑटो लिया था. ड्राइवर ने बताया कि शख्स को हिंदी नहीं आती थी, वह इंग्लिश में बात कर रहा था. संदिग्ध करीब 5 मिनट तक घटनास्थल पर रुका, इसके बाद दूसरा ऑटो लेकर निकल गया. पुलिस पूरे रूट के सीसीटीवी चेक कर रही है.


पुलिस का कहना है कि अभी इस बात की पुष्टि या खंडन करना जल्दबाजी होगी कि वही शख्स इस विस्फोट का मुख्य संदिग्ध है. हालांकि, अभी तक उस व्यक्ति की पहचान नहीं की जा सकी है. सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला है कि यह व्यक्ति उन 12 लोगों में से एक था, जो विस्फोट से पहले वहां मौजूद था. 


एक अन्य पुलिस अफसर ने बताया कि इजरायली दूतावास के बाहर ब्लास्ट से पहले और बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों की पहचान के लिए फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. पुलिस ने 10 लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं, जिन्होंने दूतावास के बाहर हुए इस विस्फोट की आवाज सुनी थी. 


एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा गार्ड और राहगीरों सहित कम से कम 10 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं, जिन्होंने दावा किया है कि उन्होंने धमाके की आवाज सुनी और कुछ धुआं भी देखा. अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल के पास सक्रिय मोबाइल फोन के संबंध में जानकारी और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की मदद से कुछ लोगों की पहचान की गई है और उनमें से कुछ से गुरुवार को पूछताछ की गई. 


फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद विस्फोट के लिए कौन सी सामग्री का इस्तेमाल किया, इसका पता लगाया जाएगा. राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) और दिल्ली पुलिस के फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने बुधवार को घटनास्थल से पत्तियों और मिट्टी के नमूने लिए. अधिकारी ने कहा, उनकी रिपोर्ट का अब भी इंतजार है. अधिकारियों ने बताया कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन घटनास्थल के पास इजराइली राजदूत के नाम एक पत्र मिला था. अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है. NIA के अधिकारी भी इस मामले में जांच में जुटे हैं.