इजराइली दूतावास विस्फोट मामला: 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजे गए गिरफ्तार चारों छात्र
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चारों छात्रों को मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास गत जनवरी में हुए विस्फोट के सिलसिले में लद्दाख से गिरफ्तार चार छात्रों को एक मजिस्ट्रेट अदालत ने 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. अधिकारियों ने बताया कि इन छात्रों को करगिल से गिरफ्तार किया गया था और ट्रांसिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया था.
दरअसल, इस साल 29 जनवरी को लुटियंस दिल्ली स्थित इजराइल के दूतावास के पास बेहद कम तीव्रता का एक आईईडी विस्फोट हुआ था. हालांकि विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ था. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित इजराइली दूतावास से करीब 150 मीटर की दूरी पर हुए इस विस्फोट में कुछ कारें क्षतिग्रस्त हो गईं थीं. पुलिस के मुताबिक इस सिलसिले में गिरफ्तार किए गए छात्रों की पहचान नाजिर हुसैन (26), जुल्फिकार अली वजीर (25), अयाज हुसैन (28) और मुजम्मिल हुसैन (25) के रूप में हुई है. सभी छात्र लद्दाख के कारगिल जिले के थांग गांव के रहने वाले हैं.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'गुरुवार को चारों छात्रों को मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.' उन्होंने बताया कि ये छात्र पिछले वर्ष नवंबर में दिल्ली आए थे और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे. उन्होंने बताया कि विस्फोट के दिन चारों दिल्ली में ही मौजूद थे और उनके मोबाइल फोन बंद मिले थे.
इनाम की घोषणा
इस मामले की जांच पहले दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा कर रही थी. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दो फरवरी को इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी थी. हाल ही में इजराइली दूतावास के पास हुए विस्फोट मामले में एनआईए ने दो संदिग्धों के सीसीटीवी फुटेज जारी किए थे. सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स हाथ में एक फाइल और दूसरा शख्स एक बैग लिए हुआ दिखाई दिया था. एनआईए ने सीसीटीवी कैमरे में दिखाई देने वाले दो लोगों की पहचान करने वाले के लिए 10-10 लाख रुपये इनाम की घोषणा की थी.
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