नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कारोबारी मुकेश अंबानी के आवास के पास एक एसयूवी में विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी लेने का दावा करने वाले जैश-उल-हिंद संगठन का ‘टेलीग्राम’ चैनल दिल्ली के तिहाड़ इलाके में बनाया गया. मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है.


सूत्रों के मुताबिक इजराइली एंबेसी के पास हुए ब्लास्ट और मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास कार से मिले विस्फोटक... दोनों मामलो में इसका केंद्र तिहाड़ जेल का इलाका रहा है. वहीं जैश-उल-हिंद के तार भी तिहाड़ जेल से जुड़े हैं.


दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक इजराइली एंबेसी ब्लास्ट की जांच के दौरान पता चला था कि टेलीग्राम पर भेजे गए मैसेज के तार तिहाड़ जेल से जुड़े हुए थे. वहीं एंटीलिया के पास स्कॉर्पियो में जो 20 जिलेटिन की छड़ें बरामद हुई थी, इसके बाद इजराइली एंबेसी के पास हुए ब्लास्ट की तर्ज पर ही टेलीग्राम पर मैसेज भेजा गया, उसकी जांच के तार भी तिहाड़ जेल से जुड़े हैं.


तिहाड़ में रची साजिश


ऐसे में दोनों मामले इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि दोनों ही मामलों में साजिश तिहाड़ जेल से रची गई. हालांकि, अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम तिहाड़ में दोनों ही मामलों में सुराग तलाशने में जुटी हुई है. इतना ही नहीं, जैश-उल-हिंद को लेकर भी अभी तक कोई पुख्ता सुराग जांच एजेंसियों के पास मौजूद नहीं है.


जांच एजेंसियों को शक है कि तिहाड़ जेल में बैठे कुछ अपराधियों ने ही दोनों वारदातों की साजिश रची. टेलीग्राम पर भी वहीं से दोनों मामलों में जैश-उल-हिंद के नाम से जिम्मेदारी संबंधित मैसेज सोशल मीडिया ऐप टेलीग्राम पर भेजी गई. हालांकि अब सवाल ये है कि तिहाड़ जेल में बैठे वो लोग कौन हैं, जो देश की तमाम जांच एजेंसियों को खुले आम चुनौती दे रहे हैं.


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