भारत स्थित इजरायली दूतावास ने आज उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक छात्राओं के स्कूल नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज को एक अत्याधुनिक ड्रिप सिंचाई सिस्टम दान में दिया. इस नई तकनीक से एक तरफ जहां स्कूल परिसर में पानी के अधिकतम उपयोग और जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा तो वहीं दूसरी तरफ छात्र कम उम्र से ही पानी बचाने के लिए प्रोत्साहित होंगे.


इज़राइली दूतावास में उप-राजदूत (Chargé d'affaires) रोनी येडिडिया क्लेन ने कहा- “हमें इजरायल द्वारा आविष्कार की गई ड्रिप सिंचाई तकनीक को नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज को उनके जल संरक्षण प्रयासों में सहायता करने के लिए दान करते हुए खुशी हो रही है. शिक्षा और जल के क्षेत्र में इजरायल और भारत के बीच बहु-आयामी साझेदारी का यह एक और उदाहरण है. हम भारत के लोगों के साथ अपनी सबसे उन्नत, नवोन्मेषी और अत्याधुनिक जल प्रौद्योगिकियों को साझा करने के इच्छुक हैं.”


दूतावास ने स्कूल को शिमला मिर्च के पौधे भी दान किए. स्कूल परिसर में इन पौधों को लगाने के लिए छात्र और शिक्षक के साथ आरोहन एनजीओ के स्वंयसेवक एक साथ आए. इन पौधों को विशेष रूप से स्कूली बच्चों के लिए दूतावास की तरफ से हरियाणा के करनाल में इंडो-इजरायल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से लाया गया था.


आरोहन की संस्थापक रानी पटेल का कहना है कि इन स्कूलों के छात्र खासतौर से ग्रामीण प्रवासियों के परिवारों से आते हैं. अगर वे खेती की तकनीक सीखते हैं तो यह कुछ ऐसा है जिसे वे अपने जीवन में हमेशा इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने कहा- “इस महत्वपूर्ण समय में,  इजरायली दूतावास द्वारा साझा की गई ड्रिप सिंचाई प्रणाली स्कूलों के गरीब तबके के छात्रों के व्यावसायिक कौशल के लिए एक वरदान साबित होने जा रही है. समावेशी मूल्य शिक्षा प्रदान करने, पानी, पर्यावरण को बचाने और ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ लड़ने के लिए सतत विकास लक्ष्यों के बारे में जागरूकता प्रदान करने के लिए यह आरोहण का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है.”


हाल के दशकों में, पानी की कमी से निपटने के लिए इज़राइल में विकसित अत्याधुनिक नवाचारों ने इज़राइल को जल प्रबंधन के सभी पहलुओं में एक विश्व नेता के रूप में स्थापित करने में मदद की है.