अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके इस्राइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू ने कड़ी सुरक्षा के बीच शहर में रोड शो किया. रोड शो के दौरान सड़क के दोनों तरफ हजारों लोग खड़े थे. पीएम मोदी के गृह राज्य पहुंचने पर दोनों नेता इस्राइली प्रधानमंत्री की पत्नी सारा नेतन्याहू के साथ कार से सरदार वल्लभभाई पटेल हवाईअड्डे से निकले.


इस दौरान सड़क के किनारे करीब 50 मंच बनाये गये थे जहां से अतिथियों के स्वागत के लिये अलग-अलग राज्यों से आये कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहे थे. शानदार तरीके से सजाई गयी सड़क के दोनों तरफ भारत और इजरायल के झंडे लिये बड़ी संख्या में लोग खड़े थे. मोदी और नेतन्याहू ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.

करीब आठ किलोमीटर का सफर तय करने के बाद महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम पर यह रोड शो खत्म हुआ. आश्रम में गांधी के घर हृदय कुंज में पीएम मोदी ने उन्हें गांधी का कमरा और उनके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीजें दिखाईं. नेतन्याहू और उनकी पत्नी ने बापू के चरखे पर भी हाथ आजमाया.


महात्मा गांधी मानवता के महान दूतों में से एक:  नेतन्याहू


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने महात्मा गांधी को मानवता के महान दूतों में से एक बताया. प्रधानमंत्री नेतन्याहू सुबह ही यहां पहुंचे. वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बड़े रोड शो में शामिल हुए. इससे पहले वह साबरमती आश्रम गए.


आश्रम की आगंतुक पुस्तिका में नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा ने चार पंक्तियों का संदेश लिखा. उस पर दोनों ने हस्ताक्षर किए हैं. संदेश में इजरायल से आए अतिथि दंपति ने लिखा कि ‘‘उनका यह दौरा प्ररेणादायक रहा.’’


इजरायल के प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी करीब बीस मिनट तक आश्रम परिसर में रहे. वे महात्मा गांधी के आवास हृदय कुंज भी गए. उन्होंने चरखा चलाया और कुछ मिनट के लिए पतंग भी उड़ाई. गुजरात में मकर संक्रांति (उत्तरायण) के मौके पर लोकप्रिय पतंग महोत्सव आयोजित होता है. महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम में लंबा वक्ता बिताया था.