800 करोड़ रुपए की लागत वाला यह अभियान करीब 10 साल पहले प्रक्षेपित किए गए चंद्रयान-1 का उन्नत संस्करण है. सिवन ने संवाददाताओं से कहा, ''जहां तक चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण की बात है तो इसके लिए 25 मार्च से मध्य अप्रैल का समय तय किया गया है. संभवत: इसे मध्य अप्रैल में प्रक्षेपित किए जाने का लक्ष्य है.''
उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ने इसे पहले जनवरी और फरवरी के बीच प्रक्षेपित करने की योजना बनाई थी लेकिन कुछ परीक्षणों के नहीं हो पाने के कारण ऐसा नहीं हो सका. इसरो प्रमुख ने कहा, ''फरवरी के लक्ष्य से चूकने के बाद अगला उपलब्ध लक्ष्य अप्रैल है. अब इसे अप्रैल में प्रक्षेपित करने की योजना है.''
जानें पांच महत्वपूर्ण बातें-
1. गगनयान के साथ जाने वालों को भारत में ट्रेनिंग दी जाएगी. एडवांस ट्रेनिंग के लिए रूस भेजा जा सकता है.
2. अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा.
3. महिलाएं भी इस अंतरिक्ष टीम का हिस्सा बनेंगी.
4. अंतरिक्ष में जानें वाले लोगों का चुनाव भारत से होगा.
5. भारतीय वायु सेना भी चयन टीम का हिस्सा होगी.
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