नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) ने आज एक नई उपलब्धि हासिल की है. इसरो ने श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से रिसैट-2बीआर1 और नौ विदेशी उपग्रहों को प्रक्षेपित किया है. इन उपग्रहों का प्रक्षेपन पीएसएलवी-सी 48 रॉकेट के जरिए किया गया है. यह इसरो का 75वां अंतरिक्ष मिशन और 50वां पीएसएलवी फ्लाइट लॉन्च है.


आपको जानकारी दें कि RISAT-2BR1 एक रडार इमेजिंग उपग्रह है जो कि पृथ्वी की निगरानी करेगा. इस उपग्रह का वजन 628 किलो है. आरआईएसएटी-2बीआर1 को 576 किमी की कक्षा में स्थापित करेगा. मिशन की आयु पांच साल की होगी.


इससे पहले इसरो ने हाल ही में 27 नवंबर को कार्टोसैट 3 का प्रक्षेपण किया था जिसके साथ 13 अन्य विदेशी उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा गया था. कार्टोसैट 3 को स्पाई इन द स्काई कहा जाता है. जो कि थर्ड जेनरेशन का उपग्रह है और पूरी तरह से पृथ्वी की निगरानी रखने में सक्षम है.


यह उपग्रह सेना के लिए भी इसलिए फायदेमंद है क्योंकि दुश्मन की हर गतिविधि पर नजर रख रहा है. जिन 9 विदेशी सैटेलाइट को आज लॉन्च किया गया है उसमें अमेरिका के 6, इजरायल, जापान और इटली के भी एक-एक सैटेलाइट हैं.


सैटेलाइट के जरिए सीमाओं की निगरानी की जा रही है


26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद शुरुआती रीसैट सैटेलाइट की तकनीक में अहम बदलाव किए गए हैं. इस हमलों के बाद इस सैटेलाइट के जरिए सीमाओं की निगरानी की जा रही है. घुसपैठ पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है. साथ ही आतंकविरोधी कामों में भी यह सैटेलाइट उपयोग में लाई जाती है. ऐसे में RISAT-2BR1 को काफी अहम माना जा रहा है.


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