आज एक और जासूसी सेटेलाइट RISAT-2BR1 लॉन्च करेगा ISRO, जानें इसकी खूबियां
इसरो ने रीसेट-2बीआर1 को रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह के रूप में लगभग 628 किलो वजनी बताया. भारतीय उपग्रह को 576 कि. मी. कक्षा में रखा जाएगा और इसकी उम्र पांच साल होगी.
चेन्नई: भारत के नए निगरानी उपग्रह रीसेट-2बीआर1 और नौ विदेशी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए मंगलवार 4:40 बजे से उल्टी गिनती शुरू हो गई है. यह उपग्रह बुधवार की शाम आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किए जाएंगे. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के बुधवार को पहले लॉन्च पैड से दोपहर 3:25 बजे प्रक्षेपित किए जाने की संभावना है.
इसरो ने रीसेट-2बीआर1 को रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह के रूप में लगभग 628 किलो वजनी बताया. भारतीय उपग्रह को 576 कि. मी. कक्षा में रखा जाएगा और इसकी उम्र पांच साल होगी.
The countdown for the launch of #PSLVC48/#RISAT2BR1 mission commenced today at 1640 Hrs (IST) from Satish Dhawan Space Centre (SDSC) SHAR, Sriharikota.#ISRO pic.twitter.com/fJYmCFRpJc
— ISRO (@isro) December 10, 2019
यह भारतीय उपग्रह अपने साथ नौ छोटे उपग्रहों को ले जाएगा. इनमें इजराइल, इटली, जापान का एक-एक और अमेरिका के छह उपग्रह शामिल होंगे. इन विदेशी उपग्रहों को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ एक वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत लॉन्च किया जा रहा है.
इसरो के अनुसार, उपग्रहों को पीएलएलवी-क्यूएल वैरिएंट द्वारा ले जाया जाएगा. रॉकेट में चार स्ट्रैप-ऑन मोटर्स होंगे और 11 दिसंबर की उड़ान इस रॉकेट संस्करण के लिए दूसरी अंतरिक्ष यात्रा होगी.
इसरो ने अब तक 310 विदेशी उपग्रहों को कक्षा में प्रवेश कराया और अगर 11 दिसंबर का मिशन सफल हुआ तो यह संख्या 319 हो जाएगी.
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