(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ISRO ने 50 सालों में पहली बार निजी कंपनियों के लिए खोला सैटेलाइट सेंटर, स्पेस एक्टिविटी का केंद्र बनने में मिलेगी मदद
इसरो ने पहली बार अपने सैटेलाइट सेंटर को निजी कंपनियों के लिए खोल दिया है. इसरो के चेयरमैन डॉ. के. सिवन ने बताया कि इससे देश को फायदा पहुंचेगा और मिलकर काम करने से भारत जल्द ही स्पेस एक्टिविटी का केंद्र भी बन जाएगा.
50 साल के अपने इतिहास में पहली बार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सैटेलाइट सेंटर को निजी कंपनियों के लिए ओपन कर दिया है. ऐसा पहली बार होगा जब निजी कंपनियों या कॉलेज के लोग यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) में अपने सैटेलाइट का परीक्षण कर पाएंगे. बता दें कि यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) बेंगलुरु में स्थित है.
इसरो (ISRO) ने फिलहाल केवल 2 सैटेलाइट के लिए परमिशन दी है लेकिन आगे चलकर इसकी संख्या बढ़ा दी जाएगी. इस विषय पर बात करते हुए इसरो के चेयरमैन डॉ. के. सिवन ने कहा, "हम चाहते हैं कि हमारी सुविधाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा कंपनियां उठाएं और इसके लिए हम सार्थक कदम उठाने का फैसला किया है."
कंपनियों लेकर आएं टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन: डॉ सिवन
उन्होंने आगे कहा, "हम चाहते हैं कि कंपनियां टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के साथ आए आए ताकि हमें भी इसका लाभ मिल सके. इससे देश को भी बड़ा फायदा पहुंचेगा और वैश्विक स्तर पर अलग पहचान बनेगी." डॉ. के. सिवन ने कहा कि उनका लक्ष्य स्पेस एक्टिविटी का केंद्र बनाने का है और जल्द ही इसमें कामयाबी भी मिल जाएगी.
तकनीक के माध्यम से खुद को और बेहतर बनाने की कोशिश
इसरो के चेयरमैन डॉ. के. सिवन ने कहा कि हम निजी कंपनियों के साथ भी काम करने के लिए तैयार हैं. तकनीक के माध्यम से हम खुद को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यूआरएससी ने यूनिटीसैट (UNITYsat) की भी जांच की थी. उसके सेपरेशन सिस्टम में आ रही दिक्कत को भी ठीक कर लिया गया है.
ये भी पढ़ें-
कूचबिहार में अमित शाह बोले- ऐसा बंगाल बनाएंगे कि आदमी तो क्या परिंदा भी घुसपैठ नहीं कर पाएगा
CAA के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की शुरुआत कब होगी? अमित शाह ने बंगाल में दिया ये बड़ा बयान