ISRO ने जारी की चंद्रमा की सतह की तस्वीरें, चांद पर बड़े पत्थर और छोटे गड्ढे दिखे
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को चंद्रयान-2 द्वारा कैद की गई चंद्रमा की सतह की पहली इलुमिनेटेड इमेज (एक तरह से प्रकाश के साथ वाली तस्वीर) जारी की है.
नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 ऑर्बिटर पर स्थित ऑर्बिटर हाई रिजोल्यूशन कैमरा (ओएचआरसी) द्वारा ली गईं चंद्रमा की सतह की तस्वीरें जारी की हैं. इसरो के अनुसार, ऑर्बिटर ने चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर की ऊंचाई से ली गईं ये तस्वीरें चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में स्थित बोगस्लावस्की ई क्रेटर और उसके आस-पास की हैं. इसका व्यास 14 किलोमीटर और गहराई तीन किलोमीटर है.
इसरो ने कहा कि तस्वीरों में चंद्रमा पर बड़े पत्थर और छोटे गड्ढे दिख रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि चंद्रमा को लेकर इस तस्वीर के सामने आने के बाद कई अहम जानकारी सामने आ सकती है.
ISRO (Indian Space Research Org): See the first illuminated image of the lunar surface acquired by #Chandrayaan2’s IIRS payload. IIRS is designed to measure reflected sunlight from the lunar surface in narrow and contiguous spectral channels. (Pic source: ISRO's Twitter account) pic.twitter.com/IRUCmz8Lpm
— ANI (@ANI) October 17, 2019
बता दें कि हाल में ही इसरो का चंद्रयान-2 का मिशन 98 फीसदी सफल होने बाद भी केवल दो प्रतिशत कमी ककी वजह से असफल हो गया था. दरअसल, विक्रम लैंडर को चंद्रमा की दक्षिणी सतह पर छह सितंबर को सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी मगर वह चंद्रमा क सतह से चंद कदम दूर उसका संपर्क चंद्रयान-2 से टूट गया. बाद में जानकारी आई कि विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह पर साबुत मौजूद है, मगर उससे संपर्क साधने की कोशिश अब तक जारी है.
चंद्रयान-2 मिशन के कामयाब न होने पर इसरो चीफ डॉ. के. सिवन समेत सभी वैज्ञानिक काफी उदास हो गए थे. ऐसे वक्त में देश अपने वैज्ञानिकों के साथ खड़ा रहा और उनका मनोबल लगातार बढ़ाता रहा.
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