ISRO ने रिलीज किया RISAT-2BR1 का वीडियो, PSLV पर लगे कैमरे से हुआ रिकॉर्ड
पीएसएलवी की यह 50 वीं उड़ान थी. यह उड़ान इस साल की छठी उड़ान थी. RiSAT-2BR1 दिन और रात दोनों समय काम करेगा. ये माइक्रोवेव फ्रिक्वेंसी पर काम करने वाला सैटेलाइट है. इसलिए इसे राडार इमेजिंग सैटेलाइट कहते हैं.
चेन्नैः इसरो ने एक RISAT-2BR1 सैटलाइट का एक वीडियो क्लिप जारी किया है. इस वीडियो को पीएसएलवी रॉकेट पर लगे कैमरों के जरिए रिकॉर्ड किया गया है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे RISAT-2BR1 सैटलाइट को उसकी कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है. यह वीडियो 1.58 मिनट का है. वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे सैटलाइट का एक एक भाग कैसे कैसे अलग हो रहा है.
वीडियो में उल्टी गिनती के आखिरी पल हैं. इसके बाद पीएसएलवी-सी48 रॉकेट को सतीश धवन स्पेस सेंटर से ऊपर उठते देखा जा सकता है. जिसके बाद यह भी दिखाया गया है कि कैसे रॉकेट नीले आसमान में दूर जाकर आंखों से ओझल हो गया.
क्या है इसका काम
भारत का RISAT-2BR1 एक रडार इमेजिंग उपग्रह है जो की पृथ्वी निगरानी करेगा. उपग्रह का वजन 628 किलो है. यह लॉन्च इसरो के पीएसएलवी वर्जन का पचासवां पीएसएलवी लॉन्च था. आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा रॉकेट पोर्ट के पहले लॉन्च पैड से इसे लॉन्च किया गया.
RISAT-2BR1 को 576 किमी की कक्षा में स्थापित किया गया. मिशन की आयु पांच साल की होगी. आपको बता दें कि इसरो ने हाल ही में नवम्बर 27 को कार्टोसैट 3 का प्रक्षेपण किया था जिसके साथ 13 अन्य विदेशी उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा गया था.
दुश्मन की हर गतिविधि पर रखेगा नजर
कार्टोसैट 3 को स्पाई इन द स्काई कहा जाता है. जो कि थर्ड जेनरेशन का उपग्रह है और पूरी तरह से पृथ्वी कि निगरानी रखने में सक्षम. सेना के लिए भी इसलिए फायदेमंद क्योंकि दुश्मन की हर गतिविधि पर नजर रख रहा है यह उपग्रह.
इसरो RiSAT2BR1 सैटेलाइट को पीएसएलवी-सी48 क्यूएल रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया. साथ ही अमेरिका के 6, इजरायल, जापान और इटली के भी एक-एक सैटेलाइट का प्रक्षेपण इसी रॉकेट से किया गया. इसरो का यह 75वां लॉन्च मिशन था.