ISRO Scientist Death: चंद्रयान-3 के काउंटडाउन को आवाज देने वाली ISRO साइंटिस्ट वलारमथी का निधन
Chandrayaan 3 Launch Countdown: चंद्रयान-3 तीसरा मून मिशन है जिसकी लॉन्चिंग 14 जुलाई को की गई थी और इसी काउंटडाउन में इसरो वैज्ञानिक वलारमथी ने अपनी आखिरी आवाज दी थी.
ISRO Scientist Valarmathi Death: चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के दौरान इसके काउंटडाउन को आवाज देने वाली इसरो साइंटिस्ट एन वलारमथी का निधन हो गया है. महिला वैज्ञानिक की मौत के पीछे का कारण कार्डियक अरेस्ट है. वलारमथी ने रविवार को आखिरी सांस ली. मालूम हो कि चंद्रयान-3 तीसरा मून मिशन है जिसकी लॉन्चिंग 14 जुलाई को की गई थी और इसी काउंटडाउन में वलारमथी ने अपनी आखिरी आवाज दी थी. चंद्रयान-3 श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था.
कैसे हुआ निधन
वलारमथी की उम्र 50 साल से अधिक थी और वो पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं, उन्हें चेन्नई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई. वलारमथी ही इसरो की वो महिला वैज्ञानिक थी जिन्होंने पृथ्वी से चंद्रमा तक चंद्रयान के ट्रिपल लॉन्च की उलटी गिनती शुरू की थी. इतना ही नहीं वलारमथी को पिछले 2 सितंबर को लॉन्च किए गए आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान के सी57 रॉकेट के काउंटडाउन में भी अपनी आवाज देनी थी, लेकिन खराब स्वास्थ्य के कारण ये संभव नहीं हो पाया और इनकी जगह किसी अन्य आवाज ने लॉन्चिंग का काउंटडाउन किया.
जब चंद्रयान-3 की हुई सफल लैंडिंग
भारत ने दुनिया में बड़ी सफलता हासिल करते हुए 23 अगस्त को चांद की सतह पर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की सफल लैंडिंग कराई. इतना ही नहीं भारत पहला देश है जो चांद के साउथ पोल यानी दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा. इसके अलावा भारत एक और बड़ी सफलता की ओर अग्रसर है. चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता के बाद मिशन आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग की गई जो कि एक सोलर मिशन है.
आदित्य-एल1 को भी आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया. आदित्य-एल1 को इसरो के पॉवर हॉर्स रॉकेट पीएसएलवी की मदद से लॉन्च किया गया, जिसने इसे धरती की कक्षा में प्रक्षेपित किया. ये अंडाकार कक्षा है, जिसमें पेरिजी (पृथ्वी का निकटतम बिंदु) 235 किमी और एपोजी (सबसे दूर बिंदु) 19000 किमी से अधिक होगी.
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