चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि वह चंद्रयान-2 उपग्रह को अप्रैल में प्रक्षेपित करने की तैयारी में है. इस बार वह चांद की सतह की पड़ताल और अध्ययन के लिए एक रोवर भेजने की योजना बना रहा है. यदि इसरो चंद्रयान-2 को अप्रैल में प्रक्षेपित नहीं कर पाता है तो चांद पर देश के दूसरे मिशन को अक्टूबर तक भेजने की तैयारी करेगा.


इसरो के अध्यक्ष के शिवन ने बताया, ''हम चंद्रयान-2 को अप्रैल में प्रक्षेपित करने की तैयारी में हैं. यदि हम ऐसा करने में अक्षम रहते हैं तो हम इसे अक्तूबर तक प्रक्षेपित करने की कोशिश करेंगे.''

शिवन ने कहा कि वैज्ञानिक संचार उपग्रह जीसैट-6 को इस महीने के अंत में जीएसएलवी- एफ08 से प्रक्षेपित करने की तैयारी कर रहे हैं.

इससे पहले भारत ने 22 अक्टूबर, 2008 को चंद्रयान-1 के रूप में चंद्रमा पर अपना पहला मिशन भेज चुका है. इसका काम यह पता लगाना था कि चांद की सतह पर कितना पानी मौजूद है.