Ashwini Vaishnaw On Gemini AI Issue: गूगल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल जेमिनी की पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी को लेकर एक बहस छिड़ी हुई है. इसको लेकर केंद्र सरकार ने भी सख्त रुख अपनाया है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार एआई आधारित प्लेटफॉर्म्स पर पक्षपात बर्दाश्त नहीं करेगी.
दअरसल, गूगल के एआई टूल जेमिनी ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में पूछे गए सवाल को लेकर पक्षपातपूर्ण वाला जवाब दिया. इसके बाद से जेमिनी की प्रोग्रामिंग को लेकर बहस तेज हो गई. मामले पर अश्विनी वैष्णव ने कहा, “सबसे पहले, सुनिश्चित करें कि इसके (Google) मॉडल प्रशिक्षित हैं. नस्लीय और अन्य पूर्वाग्रहों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”
इस बीच, एआई पर भारत की तैयारी के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत पहले से ही तैयार है और कई उद्योगों में सैकड़ों अनुप्रयोगों के साथ 20 से अधिक वर्षों से एआई का उपयोग कर रहा है.
क्या है मामला?
ये मामला सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया. जब गूगल टूल से पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी फासीवादी थे तो इसके जवाब में एआई टूल ने कहा, “नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री और बीजेपी के नेता हैं. उन पर कुछ ऐसी नीतियों को लागू करने के आरोप भी लगते हैं, जिन्हें कुछ विशेषज्ञों ने फासीवादी माना है.”
एआई टूल ने यह भी कहा, "ये आरोप कई कारकों पर आधारित हैं, जिनमें बीजेपी की हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा, असहमति पर कार्रवाई और धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का उपयोग शामिल है."
इस पर गूगल ने क्या दी सफाई?
मामले पर सफाई देते हुए गूगल ने कहा कि उसने जेमिनी एआई टूल के मुद्दे को हल करने के लिए 'त्वरित' काम किया था. गूगल के प्रवक्ता ने कहा, “हमने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए तेजी से काम किया है. जेमिनी को रचनात्मकता और उत्पादकता उपकरण के रूप में बनाया गया है और यह हमेशा विश्वसनीय नहीं हो सकता है, खासकर जब वर्तमान घटनाओं, राजनीतिक विषयों या उभरती खबरों के बारे में कुछ संकेतों का जवाब देने की बात आती है. यह एक ऐसी चीज है जिस पर हम लगातार सुधार करने पर काम कर रहे हैं.”
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