Afghanistan Crisis: मंगलवार को अफगानिस्तान से 120 भारतीयों को एयरलिफ्ट कर भारतीय वायुसेना का जो खास विमान, सी-17 ग्लोबमास्टर स्वदेश लौटा था, उसमें तीन खास मेहमान थे. ये मेहमान थे आईटीबीपी की के-9 स्क्वॉड के तीन स्निफर-डॉग्स. रोबी, बॉबी और माया नाम के ये तीनों कैनाइन पिछले तीन सालों से काबुल स्थित भारतीय दूतावास को आईईडी और दूसरे आतंकी हमलों से बचाने में खास मददगार थे. यही वजह है कि मंगलवार को जब आईटीबीपी के 99 कमांडो अफगानिस्तान से लौटे तो अपने इन तीन ‘साथियों’ को भी साथ लाना नहीं भूले.
आपको बता दें कि पिछले एक दशक से भी ज्यादा से अफगानिस्तान स्थित भारतीय दूतावास और चार कॉन्सुलेट्स (कंधार, हेरात, मजारे-ए-शरीफ और जलालाबाद) की सुरक्षा की जिम्मेदारी इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के हवाले थी. काबुल स्थित दूतावास में वर्ष 2008 में हुए एक बड़े आतंकी हमले के बाद अफगानिस्तान में आईटीबीपी के कमांडोज की तैनाती की गई थी. अफगानिस्तान में आईटीबीपी के करीब 300 कमांडो तैनात थे. इन कमांडो के साथ आईटीबीपी की के-9 स्क्वॉड के खास स्निफर डॉग्स भी तैनात थे. इसके बाद भारत के अलग-अलग वाणिज्यिक दूतावासों पर हुए आतंकी हमलों का आईटीबीपी के कमांडोज ने मुंहतोड़ जवाब दिया था.
सुरक्षा प्रदान की
आईटीबीपी के एक सीनियर ऑफिसर ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि पिछले तीन सालों में रोबी, बॉबी और माया ने ना केवल काबुल एंबेसी को आईईडी और आतंकी हमलों से दूर रखा बल्कि भारतीय राजनयिकों और एंबेसी में कार्यरत स्टाफ को भी सुरक्षा प्रदान की. जानकारी के मुताबिक रोबी नाम का डॉग मैलिनॉइस ब्रीड का है और बॉबी एक डॉबरमैन है, जबकि माया एक लैब है.
इन तीनों की ही ट्रैनिंग आईटीबीपी के भानु (पंचकुला) स्थित एनटीसीडी सेंटर पर हुई थी. इन तीनों के हैंडलर, हेड कांस्टेबल किशन कुमार, हेड कांस्टेबल बिजेंद्र सिंह और कांस्टेबल अतुल कुमार भी मंगलवार को वायुसेना की खास फ्लाइट से भारत वापस लौट आए. भारत लौटने के बाद इन तीनों डॉग्स को अफगानिस्तान से लौटे जवानों के साथ दिल्ली स्थित आईटीबीपी के छावला कैंप भेज दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक तालिबान के अफगानिस्तान की गद्दी पर काबिज होने के चलते भारत ने काबुल स्थित अपने दूतावास सहित कॉन्सुलेट्स से सभी भारतीय स्टाफ और आईटीबीपी के जवानों को वापस बुला लिया गया है. लेकिन अगर फिर से दूतावास वहां खुलता है और भारतीय स्टाफ को तैनात किया जाएगा, तो आईटीबीपी के कमांडोज को उनके के-9 स्क्वॉड को फिर से भेजा जा सकता है.
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