Yak on LAC: चीन से सटी एलएसी (LAC) पर तैनात भारत के 'बाहुबली' को विशेष सेवाओं के लिए मेडल से नवाजा गया है. ये बाहुबली आईटीबीपी (ITBP) का एक यॉक है जो सिक्किम (Sikkim) में तैनात है. इस यॉक ने पिछले एक साल में एलएसी (LAC) पर 2348 किलोमीटर का रास्ता तय कर 7818 किलो के हथियार, राशन और यूनिफॉर्म बेहद ही दुर्गम सीमा-चौकियों तक पहुंचाए हैं.
इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस यानि आईटीबीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि सिक्किम में एक यॉक को 'बाहुबली' के नाम से जाना जाता है. क्योंकि ये यॉक लोड उठाने में माहिर है. बाहुबली यॉक के अलावा लद्दाख में तैनात मधु नाम की एक पोनी को भी मेटल-डिस्क से सम्मानित किया है. चीन से सटी लॉइन ऑफ एक्चुयल कंट्रोल (एलएसी) पर तैनात मधु अब तक कई सौ किलो का भार बॉर्डर एरिया में पहुंचा चुकी है.
18 हजार फीट की ऊंचाई पर हैं आईटीबीपी की चौकियां
चीन से सटी एलएसी पर आईटीबीपी के बॉर्डर आउट-पोस्ट यानी सीमा चौकियां 16-18 हजार फीट की ऊंचाई पर है. पूर्वी लद्दाख से लेकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिकिक्म और अरूणाचल प्रदेश तक फैली 3488 किलोमीटर एलएसी का एक बड़ा हिस्सा ऐसा है जहां सड़क नहीं है.
सर्दियों के मौसम में यहां जमकर बर्फबारी होती है और सड़क बंद हो जाती है. ऐसे में बीओपी तक हथियार, राशन और दूसरा जरूरी सामान पहुंचाने के लिए आईटीबीपी अपनी वेट एंड माउंटेड टीम पर निर्भर रहती है. इस टीम में पोनी, यॉक और म्युल (खच्चर) शामिल है.
जवानों ने साथ खिंचाई फोटो
आईटीबीपी के आंकड़ों की मानें तो पिछले वेट टीम के यॉक, पोनी और म्युल्स ने चीन से सटी सीमा पर अबतक 3.43 लाख किलोमीटर का रास्ता तय कर 3000 टन से भी ज्यादा तक का लोड जवानों तक पहुंचाया है. पिछले हफ्ते यानि 24 अक्टूबर को आईटीबीपी (ITBP) के स्थापना दिवस पर बाहुबली और मधु को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए एक विशेष मेडल से नवाजा गया है.
पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में पैंगोग-त्सो लेक (Pangog-tso lake) के करीब मधु के गले में पड़े मेडल के साथ आईटीबीपी (ITBP) के जवानों ने तस्वीरें खिंचवाई तो सिक्किम (Sikkim) में यॉक के साथ तैनात हिमवीरों ने इसके साथ फोटो खिंचाई है.
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