'राम मंदिर और प्रस्तावित मस्जिद मजबूत करेंगे धर्मनिरपेक्षता', बोले IUML नेता सैय्यद सादिक अली, मचा सियासी बवाल
IUML on Ram Mandir: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन के बाद देश में बने माहौल के बीच इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष पनक्कड़ सैय्यद सादिक अली शिहाब थंगल का वीडियो वायरल हुआ है.
IUML President Video Viral on Ram Mandir: अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण और प्रस्तावित मस्जिद को लेकर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के प्रदेश अध्यक्ष पनक्कड़ सैय्यद सादिक अली शिहाब थंगल के रविवार (4 फरवरी) को आए बयान से केरल की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है.
आईयूएमएल अध्यक्ष थंगल के बयान से जुड़ा वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का विरोध करने की कोई जरूरत नहीं है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पनक्कड़ सैय्यद सादिक अली शिहाब थंगल का कहना है कि नए मंदिर और प्रस्तावित मस्जिद दोनों ही देश में धर्मनिरपेक्षता को मजबूत करेंगे.
दरअसल, आईयूएमएल (IUML) केरल में विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) का एक प्रमुख सहयोगी राजनीतिक दल है और मुस्लिम समुदाय के बीच बड़ी पैठ रखता है.
'नफरत और समाज को बांटने वाले कैंपेन को रोकने का प्रयास'
आईयूएमएल के प्रदेश अध्यक्ष थंगल का यह बयान 24 जनवरी का है जब वह केरल के मलप्पुरम जिले के मंजेरी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस कार्यक्रम से जुड़ा उनका यह वीडियो रविवार (4 फरवरी) को वायरल हुआ है, जिसके बाद राजनीतिक घमासान पैदा हो गया है.
केरल के सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार के गठबंधन सहयोगी इंडियन नेशनल लीग (आईएनएल) ने आईयूएमएल नेता के इस तरह के बयान पर निशाना साधा है. दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी और आईयूएमएल ने थंगल का बचाव किया है. उनका बचाव करते हुए कहा है कि वो उनके कैंपेन को रोकने का प्रयास कर रहे थे जोकि इन मुद्दों को लेकर नफरत और समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं.
'राम मंदिर में बड़ी संख्या में पूजा अर्चना करते हैं लोग'
थंगल ने वीडियो में यह भी कहा कि जिस राम मंदिर में बड़ी संख्या में लोग पूरे श्रद्धा भाव के साथ पूजा अर्चना करते हैं, उसकी वास्तविकता को स्वीकार करना होगा. हम उससे पीछे नहीं जा सकते हैं. इसलिए हमें इसका विरोध करने की कोई जरूरत नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर का निर्माण अदालती आदेश के बाद किया गया है और बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) का निर्माण होना बाकी है. यह दोनों ही भारत का हिस्सा हैं.
थंगल अपने वीडियो में यह कहते भी नजर आ रहे हैं कि राम मंदिर और प्रस्तावित बाबरी मस्जिद दोनों ही सबसे अच्छे उदाहरण हैं जो देश की धर्मनिरपेक्षता को मजबूत करते हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि हम बखूबी जानते हैं कि इसे (बाबरी मस्जिद) कारसेवकों ने नष्ट कर दिया था और उस समय हमने इसका विरोध भी किया था. उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए भारतीय मुसलमानों ने पूरी परिपक्वता भी दिखाई.
'गांधी का राम राज्य, आरएसएस के राम राज्य से अलग'
इस बयान के बाद इंडियन नेशनल लीग (INL) के केरल राज्य सचिवालय के सदस्य एन के अब्दुल अजीज की ओर से भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर एक पोस्ट साझा किया गया. उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेता इस तथ्य से अनभिज्ञ नहीं हैं कि गांधी का राम राज्य, आरएसएस के राम राज्य से अलग है.
थंगल के शब्दों का गलत मतलब निकाला- पीके कुन्हालीकुट्टी
इस मामले पर विपक्ष के नेता वीडी सतीसन और वरिष्ठ आईयूएमएल नेता पीके कुन्हालीकुट्टी ने थंगल का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि उनके शब्दों का गलत मतलब निकाला गया है. IUML नेता कुन्हालीकुट्टी ने कहा कि बीजेपी अयोध्या मामले का राजनीतिकरण करने का प्रयास कर रही है जबकि थंगल लोगों को उस जाल में नहीं फंसने को आगाह कर रहे हैं. उन्होंने अपने नेता का बचाव करते हुए यह भी कहा कि उनके बयान की गलत व्याख्या की गई है.
पानी में लगाई आग को बुझाने का प्रयास कर रहे- वीडी सतीसन
विपक्ष के नेता वीडी सतीसन भी थंगल के समर्थन में आए हैं. उन्होंने कहा कि आईयूएमएल नेता थंगल नफरत और विभाजन के कैंपेन के खिलाफ बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जब कुछ लोग पानी में आग लगाने का काम करते हैं तो वो (थंगल) उसको बुझाने का प्रयास कर रहे थे.
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