जम्मू कश्मीर में मंगलवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने प्रांतीय समिति के सदस्यों की वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने अपने बयान में कहा है कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर में परिसीमन प्रक्रिया के खिलाफ नहीं है. साथ ही कहा कि इसके लिए अपनाया गया तरीका सही नहीं था. उन्होंने कहा कि 'हम हर मंच पर और हर कीमत पर लोगों के हितों को बनाए रखेंगे'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त 2019 के बाद से राज्य की विशेष स्थिति को खत्म करने के मामले पर फारूक की पार्टी ने अदालत में चुनौती दी है.


इस दौरान अब्दुल्ला ने अपने पार्टी कैडर को सांप्रदायिक और क्षेत्रीय सौहार्द के बनाए रखने और एकजुट होकर चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी फाइल को और मजबूत करने का आह्वान किया है. इसके अलावा बैठक में परिवहन और सड़क निर्माण पर भी चर्चा हुई. जहां नेकां अध्यक्ष ने पार्टी पदाधिकारियों के उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और सड़क संपर्क पर चिंताओं को साझा किया है.


उमर ने 'अनिश्चितता' पर जताई चिंता


बैठक में नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू में पार्टी की सदस्यता के वितरण की समीक्षा की जाए. साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 'अनिश्चितता' पर चिंता व्यक्त की और कैडर से सही कारण के लिए लड़ने के अपने संकल्प पर दृढ़ बने रहने का आग्रह किया है.


फारूक ने परिसीमन प्रक्रिया पर जताई नाराजगी


जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉनफ्रेंस के उपाध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने प्रांतीय समिति के सदस्यों के साथ वर्चुअल बैठक की. जहां उन्होंने अपने बयान में कहा है कि उनकी पार्टी को जम्मू कश्मीर में परिसीमन प्रक्रिया से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन इसको करने के तरीके से उन्हें दिक्कत है. इसलिए वो हमेशा जनता के हित में काम करेंगे.


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