नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मद्देजनर मंगलवार को इलाके में स्थित स्कूलों में गृह परीक्षाएं नहीं होगी. इसके साथ ही इलाके के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल बंद रहेंगे. बता दें कि हिंसा की घटनाओं के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में कई जगहों पर धारा 144 लागू है. जाफराबाद और मौजपुर में कई कई गाड़ियों, दुकानों और मकानों में आग लगा दी गई. झड़प में चार आम नागरिकों की मौत हो गई.


दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ''दिल्ली में हिंसा प्रभावित नोर्थईस्ट ज़िले में कल स्कूलों की गृह परीक्षाएं नहीं होंगी और सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे. बोर्ड परीक्षाओं के सम्बंध में मैंने HRD Minister @DrRPNishank जी से बात की है कि इस ज़िले में कल की बोर्ड परीक्षा भी स्थगित कर दी जाए.''






झड़प में एक हेड कॉन्स्टेबल की भी मौत, कुल 10 पुलिसकर्मी घायल


सीएए को लेकर झड़प के दौरान दिल्ली पुलिस का एक हेड कांस्टेबल की जान चली गई. हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल सहायक पुलिस आयुक्त, गोकलपुरी के कार्यालय से जुड़े हुए थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर किये गए पथराव में वह घायल हो गए थे. उन्होंने बताया कि लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे. दिल्ली पुलिस ने बताया कि आज की झड़प में 10 पुलिस कर्मी भी घायल हो गए.


अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल ने क्या कहा?


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसा की घटना पर दुख जताया. उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री और दिल्ली के उपराज्यपाल से अपीली की कि शांति व्यवस्था को बहाल करें. उन्होंने कहा कि किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति दी जानी चाहिए. वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस और पुलिस कमिश्नर से बात कर कानून-व्यवस्था बहाल करने के निर्देश दिए हैं.


गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी का बयान


केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी केशन रेड्डी ने हिंसा की घटनाओं की निंदा की है. उन्होंने कहा, ''अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा पर हैं और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा की जा रही है. मैं इसकी निंदा करता हूं. भारत सरकार हिंसा को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. हम जिम्मेवार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. गृहमंत्रालय स्थिति की निगरानी कर रहा है. अतिरिक्त फोर्स को तैनात किया गया. दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है.'' उन्होंने कहा कि गृहमंत्रालय ने पुलिस से कहा है कि वे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे जो पुलिसकर्मी की हत्या, पत्थरबाजी और आगजनी की घटना में शामिल हैं.


कांग्रेस ने अमित शाह का इस्तीफा मांगा


कांग्रेस ने दिल्ली में हिंसक झड़प मामले में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ‘चुप्पी’ को लेकर सोमवार को सवाल उठाया और उनके इस्तीफे की मांग की. पार्टी नेता राहुल गांधी ने लोगों से उकसावे की चाहे जो भी वजह हो उसके बावजूद संयम, करुणा और समझदारी दिखाने का अनुरोध किया. कांग्रेस ने शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने में विफल रहने के लिए दिल्ली पुलिस को जिम्मेदार ठहराया.


अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई


सूत्रों के मुताबिक उत्तर-पूर्वी दिल्ली इलाके में सीआरपीएफ की आठ कंपनिया तैनात की गई हैं. इसमें रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां शामिल हैं. इसके साथ ही इसमें महिला सुरक्षाकर्मी की एक कंपनी तैनात हैं. इसके साथ ही कुछ जगहों को चिन्हित करके वहां पुलिस को रणनीतिक तौर पर तैनात किया गया है, जहां गड़बड़ी की संभावना है.


पिंक लाइन पर पांच मेट्रो स्टेशन बंद, चार स्टेशनों को खोला गया


दिल्ली मेट्रो ने सोमवार को चार स्टेशनों को एक घंटे तक बंद रखने के बाद खोल दिया. डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘उद्योग भवन, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और जनपथ में एंट्री और एग्जिट गेट खोल दिए गए हैं. सामान्य सेवा बहाल हो गई है. इससे पहले, डीएमआरसी ने ट्वीट किया था कि येलो और वायलेट लाइनों पर चार स्टेशन बंद कर दिए गए हैं. जामिया समन्वय समिति ने छात्रों से नए पुलिस मुख्यालय के बाहर एकत्र होने को कहा था जिसके बाद दिल्ली मेट्रो ने यह ट्वीट किया. इससे पहले, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़पों के मद्देनजर पिंक लाइन मेट्रो पर पांच स्टेशन बंद कर दिये गए थे. जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशन 24 घंटे से अधिक समय से बंद हैं.


कैसे शुरू हुई हिंसा?


दरअसल, आज मौजपुर और कबीर नगर इलाके में सीएए को लेकर समर्थन और विरोध में लोग सड़क पर आ गए. करीब साढ़े दस बजे दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई. मौजपुर में सीएए के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरे हुए थे वहीं कबीर नगर में विरोध में लोग सड़कों पर आए थे. पत्थरबाजी कई घटों तक चली. इस बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से आगजनी और पत्थरबाजी की खबरे आने लगीं. दोपहर दो बजे के आसपास जाफराबाद में एक घर में आग लगा दी गई. बता दें कि रविवार को दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में पत्थरबाजी हुई थी.