हैदराबाद: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्री पानी के मसले पर मतभेदों को सुलझाने के लिए तीन साल में पहली बार 28 जून को आधिकारिक तौर पर मुलाकात करेंगे. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के बीच सितंबर 2016 में इस मुद्दे पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुलाकात हुई थी. देश की तत्कालीन जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने यह बैठक बुलायी थी.


यह बात अब किसी से छिपी नहीं है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर (के चंद्रशेखर राव) और नायडू के बीच संबंध अच्छे नहीं है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन की अगुवाई वाली वाई एस आर कांग्रेस ने हाल ही में प्रदेश में संपन्न विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की और इसमें नायडू की करारी हार हुई. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गोदावरी नदी पर निर्मित कलेश्वरम सिंचाई परियोजना के उद्घाटन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और इसके लिए केसीआर ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें आने का न्यौता दिया था. इससे पहले केसीआर भी जगन मोहन रेड्डी के मुख्यमंत्री के पद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो चुके हैं.


एक सूत्र ने बताया, ''पिछले तीन साल में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच जल के मसले पर पहली बैठक होने जा रही है. दोनो राज्यों के बीच सद्भाव का माहौल है. विवादास्पद मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किये जाने की उम्मीद है. पानी के मुद्दे पर 28 जून को दोनों के बीच बैठक होगी और उम्मीद है कि जगन और केसीआर एक दूसरे से भी मुलाकात करेंगे.''


दोनों राज्यों के सिंचाई विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच 24 जून को एक बैठक होने वाली थी, लेकिन आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में उस दिन जगन मोहन रेड्डी ने जिला कलेक्टरों का सम्मेलन आयोजित किया. आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव एल वी सु्ब्रमण्यम ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच जल के मुद्दे पर (28 जून को) यह बैठक होगी.


महाराष्ट्र: इमरजेंसी के दौरान जेल में कैद किए गए लोगों को मिलेगी पेंशन- देवेंद्र फडणवीस


यह भी देखें