नई दिल्ली: जगत प्रकाश नड्डा ने आज बीजेपी का कार्यकारी अध्यक्ष की कुर्सी संभाल ली है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई नेताओं ने आज नड्डा का बीजेपी दफ्तर में स्वागत किया. जेपी नड्डा को अमित शाह ने फूल देकर बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी.
बता दें कि अमित शाह अभी अध्यक्ष बने हुए हैं. कल बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में पीएम मोदी मोदी मौजूदगी में नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का फैसला हुआ. बीजेपी संठनात्मक चुनाव होने तक नड्डा कार्यकारी अध्यक्ष बने रहें.
बीजेपी के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के रहते कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया गया है. इससे नड्डा के संगठन चुनाव के बाद नए अध्यक्ष चुने जाने के आसार बढ़ गए हैं. सूत्रों ने बताया कि अमित शाह का कार्यकाल दिसम्बर 2019 में समाप्त होना है और वह पार्टी के ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के सिद्धांत के चलते पार्टी अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल में विस्तार नहीं लेना चाहेंगे.
फिलहाल, हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र जैसे तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों तक संसदीय दल ने अमित शाह को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए रखने का फैसला किया है. 58 वर्षीय जेपी नड्डा को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी जहां बीजेपी ने 80 सीटों में से 62 सीटें हासिल की थी.
जेपी नड्डा के बारे में जानिए
59 साल के जेपी नड्डा ने 1978 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति की शुरुआत की. वह 2010 से राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हैं, नितिन गडकरी जब बीजेपी के अध्यक्ष थे तब उन्होंने नड्डा को अपनी टीम में शामिल किया था. उस वक्त वह बीजेपी के महासचिव थे. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में स्वास्थय मंत्री रहे जेपी नड्डा बीजेपी के बेहद लो प्रोफाइल नेताओं में से एक हैं. पटना कॉलेज से बीए करने वाले नड्डा ने शिमला में हिमाचल यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली.
हिमाचल प्रदेश की राजधानी में लंबी पारी खेलने के बाद साल 2012 जेपी नड्डा राज्यसभा पहुंचे. मई 2019 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बने. अपनी तेज राजनीतिक रणनीति के लिए पहचाने जाने वाले नड्डा बीजेपी संसदीय बोर्ड के सचिव भी हैं. कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर नड्डा के सामने पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनाना सबसे बड़ी चुनौती है.