Jaya Bachchan vs Jagdeep Dhankhar: जया बच्चन और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के बीच 'नाम' को लेकर सदन में तीखी नोक-झोंक हो गयी. राज्य सभा सांसद जया बच्चन ने उपराष्ट्रपति पर "अस्वीकार्य" लहजे में बात करने और अनादर दिखाने का आरोप लगाया है. इस वजह से विपक्ष ने सदन में काफी विरोध किया और आखिरकार सदन से वॉकआउट कर गए. 


जया बच्चन के आरोपों के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने भी अपनी आपत्ति जताई और कहा, "आप एक सेलिब्रिटी हो सकती हैं लेकिन आपको मर्यादा को समझने की जरूरत है."


'जैसे एक्टर होता है डायरेक्टर के अधीन, यहां पर मैं...'


जगदीप धनखड़ बोले, "जया जी, आपने बहुत नाम कमाया है. आप जानती हैं कि एक अभिनेता निर्देशक के अधीन होता है. लेकिन हर दिन मैं खुद को दोहराना नहीं चाहता. हर दिन मैं स्कूली (आपसे) शिक्षा नहीं लेना चाहता. आप मेरे लहजे के बारे में बात कर रही हैं? बहुत हो गया. आप कोई भी हो सकते हैं, आपको मर्यादा को समझना होगा. आप एक सेलिब्रिटी हो सकते हैं, लेकिन मर्यादा को स्वीकार करें."


क्या है पूरा मामला?


जया बच्चन ने बीते दिनों खुद को जया अमिताभ बच्चन के संबोधन किए जाने को लेकर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि किसी भी महिला को उसके पति के नाम से बुलाया जाना गलत प्रैक्टिस है. जब पहली बार जया बच्चन राज्य सभा में नाम को लेकर आपत्ति जाहिर कर रही थीं तब आसन पर हरिवंश नारायण सिंह बैठे थे. 


इसके बाद इस सप्ताह सभापति जगदीप धनखड़ ने दो बार उनका संबोधिन 'जया अमिताभ बच्चन' के नाम से किया. शुक्रवार, 9 अगस्त को जब सभापति ने उन्हें इस नाम से संबोधित किया तब उन्होंने कहा, "मैं एक कलाकार हूं. मैं शारीरिक भाषा और भाव समझती हूं. लेकिन आपका लहजा सही नहीं है. हम आपके सहकर्मी हैं लेकिन आपका लहजा अस्वीकार्य है."


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