स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने पहुंचे आध्यात्मिक गुरू जग्गी वासुदेव ने कहा कि उस जगह कोई निवेश नहीं करना चाहेगा जहां की सड़कों पर बसें जल रही हों. आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले भी सीएए का समर्थन कर सद्गुरू के नाम से पहचाने जाने वाले जग्गी वासुदेव चर्चा में आ गए थे.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 50वीं बैठक 20 जनवरी को शुरू हुई थी और 24 जनवरी तक चलेगी. इस कार्यक्रम में दुनिया भर के 3000 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं और भारत से भी कई हस्तियां यहां पहुंची हैं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल कर रहे हैं.
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उन्होंने मीडिया के साथ बात करते हुए माना कि सरकार सीएए के बारे में लोगों को समझाने में पूरी तरह सफल नहीं रही. उन्होंने कहा कि लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लग रहा है कि ये कानून उनके खिलाफ है लेकिन ये कानून हिंदू या मुसलमान किसी के खिलाफ नहीं है. सरकार इस बारे में ठीक से लोगों को समझा नहीं पाई है.
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जग्गी वासुदेव ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि अगर कुछ जगहों पर बसें जल रही हों तो उस जगह की छवि वैसी ही बन जाती है. ये एक छोटी बात है और पूरे देश में ऐसा नहीं है, सिर्फ कुछ जगहों पर ऐसा हो रहा है. हालांकि हम इसकी अनदेखी नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा कि एक देश के तौर पर ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी छवि को बिगड़ने ना दें और भारतीय होने के नाते दुनिया को दिखाएं कि भारत निवेश के लिए सुरक्षित देश है. बिना निवेश के हम वो हासिल नहीं कर सकते जो हम करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि बसें किसी सरकार की नहीं हैं, बल्कि देश की हैं, देश के नागरिकों की हैं, बसों को क्यों जलाया जा रहा है.