Jahangirpuri Demolition: दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध अतिक्रमण (Illegal Construction) को हटाने के लिए 20 अप्रैल को नॉर्थ एमसीडी (North MCD) की तरफ से बुलडोजर एक्शन दिल्ली में सबसे पहली बार देखा गया. यह वह दिन था जिस दिन जहांगीरपुरी में हिंसा के बाद भारी पुलिस बल के बीच बुलडोज़र चला और अतिक्रमण हटवाया गया. हर उस जगह कार्रवाई हुई जहां पर लोगों ने नाजायज कब्जा कर रखा था.


20 अप्रैल को सुबह जब लोगों को इस बात का पता चला कि आज जहांगीरपुरी में बुलडोजर द्वारा अतिक्रमण हटवाया जाएगा तो कुछ जगह लोगों ने खुद ही अपना सामान हटा लिया था और सड़क को खाली कर दिया था. कई घंटे चली कार्रवाई के बाद कोर्ट का ऑर्डर भी आ गया जिसमें कार्रवाई को 2 हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया गया था.


लेकिन जहांगीर पुरी में एक बार फिर से पुराने हालात लौट आए हैं. जिस सड़क से अवैध अतिक्रमण को हटाया गया था. उसी सड़के के एक तरफ रेहड़ी पटरी, सब्जी और बाकी चीजों की दुकानें लगी हुई हैं, तो कई जगह पर कबाड़ का काम हो रहा है. जिसके कारण आधी से ज्यादा सड़क घिर चुकी है. जिसे लेकर यहां के लोगों ने अलग-अलग दलीलें दी. कुछ का कहना है कि गरीब लोग अगर रेहड़ी पटरी और दुकानें नहीं लगाएंगे तो कैसे कमाएंगे और खाएंगे. वहीं कुछ लोगों का दावा है कि इलाके में पुलिस की मौजूदगी है और उन्होंने ही हमें यहां पर दुकानें लगाने की इजाजत दी है. 


वहीं जहांगीरपुरी के बी और सी ब्लॉक जहां पर हिंसा की शुरुआत हुई थी. इस सड़क पर भी उस दिन अतिक्रमण और बुलडोजर की कार्रवाई देखी गई थी. लेकिन जिन दुकानों के आगे का सामान हटवाया गया था, वो सभी दुकानें अपनी हद में हैं. जो उनकी जगह है उसी जगह तक सामान रख के दुकाने चल रही है और इसी रोड के सामने जो रेडी पटरी लगती थी वह भी नहीं लग रही है.


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