दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा में 14 गिरफ्तार, आरोपी अंसार की पत्नी बोलीं- पति दोषी होता तो छोड़ देता दिल्ली
अंसार की पत्नी सकीना का कहना है कि उनका पति अंसार दोषी नहीं है. सकीना का कहना है कि अगर मेरा पति दोषी होता को दिल्ली छोड़कर भाग जाता.
16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव और आगजनी की गई थी. इस हिंसा में 8 पुलिसकर्मियों समेत करीब 9 लोग घायल भी हुए. हिंसा के आरोप में असमल समेत अबतक 14 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. एबीपी न्यूज के पास FIR की जो कॉपी है, उसके मुताबिक जब शोभा यात्रा जहांगीरपुर के सी ब्लॉक में जामा मस्जिद के पास पहुंची तो अंसार नाम का एक आदमी अपने चार-पांच साथियों के साथ पहुंचा और शोभा यात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा. इसके बाद ही विवाद बढ़ गया और पत्थरबाजी शुरू हो गई.
वहीं अंसार की पत्नी सकीना का कहना है कि उनका पति अंसार दोषी नहीं है. सकीना का कहना है कि अगर मेरा पति दोषी होता को दिल्ली छोड़कर भाग जाता. उसने कहा कि हमें दिल्ली में रहते 12 साल हो गए है, हम कलकत्ता से आए हैं और सालों से पड़ोस में सब हिंदू रहते हैं. उसने कहा कि यहां हम सब भाई भाई की तरह हैं
मोबाईल का काम करता है, बचाने गया था
सकीना ने कहा कि हिंसा के दौरान अंसार घर पर था. वह मोबाइल का काम करता है और हालात बिगड़ने पर उसे फोन आया तो वो जल्दी में किसी को बचाने घर से गया. सकीना ने कहा कि हिंसा होने के बाद उसी दिन देर रात पुलिस उसे घर से ले गई.
वहीं अंसार के हिन्दू पड़ोसियों का कहना है कि वह एक अच्छा और सामाजिक आदमी हैं. उन्होंने कहा कि वह झगड़ा करने नहीं सुलझाने वाला इंसान है. अंसार के पड़ोसी ने कहा कि कमलेश बहुत अच्छे आदमी हैं, उसने वहां जाने से पहले मुझे कहा था कि देखता हूं क्या हो गया लड़ाई हो रही है. कमलेश ने बताया कि अंसार लड़ाई देखकर दौड़ता हुआ गया.
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