Jahangirpuri Violence: कहासुनी से शुरू हुई बात कैसे हिंसा तक पहुंची, ये है जहांगीरपुरी में हुए टकराव की वजह
जहांगीरपुरी थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार जुलूस जब शाम करीब छह बजे जहांगीरपुर सी-ब्लॉक के मस्जिद के पास पहुंचा तो वहां कहासुनी हुई.
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलके में शनिवार को हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार कथित मुख्य षड्यंत्रकारियों में शामिल एक व्यक्ति और हनुमान जयंती के जुलूस में शामिल लोगों के बीच हुई कहासुनी ने पथराव और हिंसा का रूप ले लिया. हालांकि 35 वर्षीय अंसार की पत्नी का दावा है कि उसके पति निर्दोष हैं और वह हालात को काबू से बाहर होता देख सिर्फ सुलह कराने गए थे.
जहांगीरपुरी थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार जुलूस जब शाम करीब छह बजे जहांगीरपुरी सी-ब्लॉक के मस्जिद के पास पहुंचा तो वहां कहासुनी हुई. पुलिस के अनुसार, जहांगीरपुरी निवासी अंसार पहले भी मार-पीट के दो मामलों में लिप्त रहा है, उसे एहतियाती धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है और जुआ तथा हथियार कानूनों के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज है.
अंसार की पत्नी ने किया ये दावा
अंसार की पत्नी सकीना का दावा है कि वह लैपटॉप खरीदने वजीराबाद गये थे और करीब साढ़े छह बजे जोरों की भूख लगी होने की बात कहकर खाना तैयार रखने को कहा था. पांच बच्चों की मां सकीना ने कहा कि जब वह वजीराबाद से लौटे तो वह उनका खाना लगाने लगी. वह कहती हैं, ‘‘इसी दौरान उन्हें कॉल आया और उन्होंने कहा कि बड़ा झगड़ा हो गया है, खाना अभी रहने दो. उन्होंने कहा कि मामला सुलझाने के लिए उनका वहां होना जरूरी है नहीं तो लोगों की जान चली जाएगी.’’ सकीना कहती हैं कि वह अपना फोन लिए बगैर ही मौके पर भागे, लेकिन अब (पुलिस) उन्हें ही दोषी बता रही है.
अंसार की पत्नी ने कहा कि इसी रास्ते से दो बार जुलूस शांति से निकल गया था लेकिन तीसरी बार जब वह आया तो उस वक्त ‘रोजा खोलने’ का वक्त था. उसने कहा, ‘‘वे पूरी तैयारी से आए थे, वरना उनके पास डंडे, बोतलें और अन्य चीजें कैसे होतीं. जब वे मस्जिद के सामने पहुंचे तो, उनसे शोर कम करने को कहा गया, लेकिन उन्होंने शोर जारी रखा. मेरे पति को भी चोटें आयी हैं.’’ सकीना ने कहा, ‘‘पुलिसवाले के सामने उन्हें बोतल से मारा गया... मेरे पति निर्दोष हैं. उन्हें फंसाने का साजिश की जा रही है.’’
प्राथमिकी के अनुसार, जुलूस जहांगीरपुरी के ईई-ब्लॉक से अपराह्न सवा चार बजे निकला और तय रास्ते में कई जगहों से गुजरते हुए शाम करीब छह बजे मस्जिद के बाहर पहुंचा. उसमें कहा गया है कि अंसार चार-पांच लोगों के साथ आया और बहस करने लगा जो बाद में हिंसक हो गया.
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