दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में आज सुबह से गहमागहमी बनी रही. अचानक मीडिया में ये खबर आई कि नॉर्थ एमसीडी आज और कल यहां अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्ऱवाई करेगी और सभी अवैध निर्माण गिराए जाएंगे. दंगे के आरोपियों की अवैध संपत्ति पर भी कार्रवाई की जाएगी. यह खबर सामने आते ही इन अवैध निर्माण में रहने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई. आनन फानन में लोगों ने घरों को खाली करना शुरू कर दिया. टेंशन के बीच कार्रवाई शुरू हुई. आधे घंटे बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्टे लगाया तो लोगों ने राहत की सांस ली. इसके बाद भी एमसीडी ने कार्रवाई जारी रखी, जिसे लेकर लोगों में गुस्सा दिखा.
अचानक बढ़ गई फोर्स
वहीं, इस खबर के कन्फर्म होते ही जहांगीरपुरी में पुलिस फोर्स भी बढ़ा दी गई. दरअसल, नॉर्थ एमसीडी ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस को एक लेटर लिखा था जिसमें अवैध निर्माण के खिलाफ कार्ऱवाई करने के दौरान 400 पुलिसकर्मियों की तैनाती की मांग की गई थी. इसी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने अपने अतिरिक्त जवान वहां तैनात कर दिए.
शुरू हुआ फ्लैग मार्च
अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलने से पहले सीआरपीएफ, दिल्ली पुलिस और फोर्स ने इलाके में फ्लैग मार्च शुरू कर दिया. मौके पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर दीपेंद्र पाठक और कई अन्य सीनियर अफसर पहुंच गए.
मेयर और नगर निगम भी पहुंचे
कार्रवाई शुरू होने से पहले मौके पर नॉर्थ एमसीडी के मेयर राजा इकबाल सिंह और आयुक्त संजय गोयल भी पहुंच गए और तैयारियों का जायजा लिया.
10 बजे के बाद पहुंचा बुलडोजर
जहांगीरपुरी में सुबह 10 बजे के बाद एमसीडी के बुलडोजर पहुंचने लगे. सुबह करीब 10:30 बजे एच ब्लॉक से कार्रवाई शुरू हुई और कई अवैध निर्माण गिराए जाने लगे. इस दौरान पुलिस फोर्स की मौजूदगी की वजह से किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक
इधर नॉर्थ एमसीडी की कार्रवाई चल ही रही थी कि अचानक सुबह करीब 11 बजे सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दखल दिया और एमसीडी की कार्रवाई पर रोक लगा दी. कोर्ट ने फिलहाल यथास्थिति बनाए रखने को कहा. मामले में अब अगली सुनवाई कल की जाएगी.
रोक के बाद भी चलता रहा बुलडोजर
सुप्रीम कोर्ट के रोक के बाद भी वहां ड्राम चलता रहा. एमसीडी के बुलडोजर अवैध निर्माण को गिराते रहे, जबकि मेयर और नगर निगम आयुक्त ने कार्रवाई रोकने की बात कही थी. जब मामला उठा तो सीपीआई (एम) की नेता वृंदा करात भी मौके पर पहुंचीं और दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक से मिलकर कार्रवाई रुकवाने को कहा. काफी गहमागहमी के बाद कार्रवाई रोकी गई. वृंदा करात ने इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना बताया.
लोगों ने भी किया विरोध
सुबह कार्रवाई के दौरान किसी ने भी एमसीडी के एक्शन पर कोई आपत्ति नहीं जताई, लेकिन जब उन्हें पता चला कि सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल कार्रवाई रोकने और यथास्थिति बनाए रखने को कहा है, लेकिन फिर भी एमसीडी तोड़फोड़ कर रही है तो लोग हंगामा करने लगे. लोगों ने इस तरह सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार करने पर आपत्ति दर्ज कराई.
राहुल गांधी की भी हुई एंट्री
इस मामले में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी दोपहर बाद एंट्री मारी. जब सुप्रीम कोर्ट के रोक के आदेश के बाद भी जहांगीरपुरी में बुलडोजर चल रहा था तो राहुल गांधी ने ट्वीट पर लिखा, 'मोदी जी, महंगाई का दौर चल रहा है. इस दौरान बिजली कटौती से छोटे उद्योग धराशायी हो जाएंगे. जिससे भविष्य में नौकरियों का और नुकसान होगा. इसलिए नफरत के बुलडोजर बंद करो और बिजली संयंत्रों को चालू करो'
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