दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर भड़की हिंसा में पुलिस ने सोनू चिकना उर्फ यूनुस को सोमवार को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने सोनू उर्फ यूनुस के पास से पिस्टल बरामद की थी लेकिन कोई जिंदा कारतूस नहीं मिला था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोनू के पास से लोकल पिस्टल बरामद हुई थी. जब पुलिस ने सोनू से पिस्टल के बारे में पूछा तो सोनू उर्फ यूनुस ने जो जवाब दिया, उससे पुलिस संतुष्ट नजर नहीं आई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सोनू ने दिल्ली में किसी जानने वाले से पिस्टल ली थी. सोनू ने कितनी गोलियां, किस मकसद से और कितने पैसों में पिस्टल ली इसकी पुलिस जांच कर रही है. अब तक पुलिस इस मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 3 नाबालिग हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी आरंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट में पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस ने क्या कार्रवाई की इस बारे में डिटेल से जानकारी दी गई है. सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय को जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस से एक रिपोर्ट मिली है.
इस रिपोर्ट दिल्ली पुलिस ने शनिवार शाम को हुई इस घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि यह घटना असामाजिक तत्वों की सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी, जिसे दिल्ली पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया. दिल्ली पुलिस ने अपनी इस रिपोर्ट में बताया है कि मामले की सभी एंगल्स से जांच की जा रही है और अब तक इस मामले में कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है जिसमें 21 बालिग और तीन नाबालिग शामिल हैं. इनमें से एक शख्स को पहले वालिग बताया गया था लेकिन जब उसके घर वालों ने उसके नाबालिग होने के दस्तावेज पुलिस के सामने पेश किए तो उसे भी बाल सुधार गृह भेज दिया गया. इसके पहले इस मामले में केवल दो नाबालिग लोगों को गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस मामले में कुल 8 लोग घायल हुए थे मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई है दिल्ली पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने की जो बातें चल रही थीं वह पूरी तरह से निराधार है.
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